By अंकित सिंह | Dec 13, 2025
दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ मुल्लनपुर में खेले गए दूसरे टी20 मैच में मेजबान टीम की हार के बाद कोच गौतम गंभीर काफी निराश नजर आए। हार के बाद गंभीर को ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या से गरमागरम बहस करते देखा गया। लोकप्रिय ऑलराउंडर के लिए यह प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा, क्योंकि उन्होंने 23 गेंदों में सिर्फ 20 रन बनाए। पांड्या अपनी पारी के दौरान लय हासिल नहीं कर पाए, जो कटक में खेले गए पहले मैच में उनके प्रदर्शन से बिलकुल उलट था। कटक वाले मैच में उन्होंने 28 गेंदों में तूफानी 59* रन बनाए थे और उन्हें मैन ऑफ द मैच चुना गया था। बातचीत का यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
वायरल हो रहे वीडियो में कोई स्पष्ट ऑडियो नहीं है, इसलिए बातचीत की सामग्री की पुष्टि नहीं की जा सकती। मैच में कई स्पष्ट दबाव के बिंदु थे। भारत बल्लेबाजी में कभी भी लय नहीं पकड़ पाया और शुरुआती दौर में ही लक्ष्य से पिछड़ गया। पांड्या की 23 गेंदों पर 20 रन की पारी ऐसे समय आई जब टीम को उनसे 215 रनों के विशाल लक्ष्य का पीछा करते हुए तेजी से रन बनाने की उम्मीद थी। लेकिन वो खुलकर नहीं खेल पाए, उनकी पारी में कोई तेजी नहीं आई और पारी काफी देर तक धीमी गति से चलती रही, जो भारत के लिए संभव नहीं था।
गौतम गंभीर अब सवालों के घेरे में क्यों आ गए हैं? क्योंकि कोचिंग की जांच सिर्फ नतीजों तक सीमित नहीं है। यह इस बात पर भी निर्भर करती है कि क्या टीम के पास कोई कारगर योजना है। जब टी20 में भारत की लय बिगड़ती है, तो सवाल तुरंत उठते हैं: टीम अभी भी शुभमन गिल को इस फॉर्मेट में क्यों मौका दे रही है? बड़े लक्ष्य का पीछा करते हुए अक्षर पटेल को तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी के लिए क्यों उतारा गया? क्या टीम कुछ ही महीनों में आने वाले विश्व कप से पहले सही दिशा में आगे बढ़ रही है? और क्या मध्य क्रम के बल्लेबाजों से ऐसा काम करवाया जा रहा है जो उनके स्वाभाविक खेल के अनुकूल नहीं है? एक बड़े मैच में हार और उसके तुरंत बाद ड्रेसिंग रूम में हुई कहा-सुनी से जांच का दायरा और भी बढ़ जाता है।