By अनुराग गुप्ता | Jul 08, 2021
नयी दिल्ली। नौकरशाह से नेता बने अश्विनी वैष्णव ने गुरुवार को इलेक्ट्रॉनिक्स और संचार मंत्रालय का कार्यभार संभालते ही ट्विटर को लेकर अपना रूख स्पष्ट कर दिया। आपको बता दें कि पिछले कुछ महीनों से ट्विटर और भारत सरकार के बीच खींचतान चल रही है। जिसको लेकर ट्विटर ने आधे घंटे के लिए रविशंकर प्रसाद का अकाउंट बंद कर दिया था। इसके पीछे ट्विटर ने अमेरिकी कानूनों के उल्लंघन का हवाला दिया था। हालांकि अब अश्विनी वैष्णव ने साफ कर दिया है कि देश का कानून सर्वोच्च है।
इलेक्ट्रॉनिक्स और संचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि देश का कानून सर्वोच्च है, ट्विटर को नियम का पालन करना चाहिए। अश्विनी वैष्णव ने रविशंकर प्रसाद की जगह ली। इससे पहले रविशंकर प्रसाद और ट्विटर के बीच का विवाद कड़ी बार सुर्खियां बटोर चुका है। दरअसल, केंद्र सरकार ने सोशल मीडिया और ओटीटी प्लेटफॉर्म्स के लिए नए कानून लागू किए थे। जिसको लेकर विवाद मचा हुआ है।
अश्विनी वैष्णव का पहला कार्यकाल
संसद सदस्य के रूप में अश्विनी वैष्णव का यह पहला कार्यकाल है। उन्हें इलेक्ट्रॉनिक्स, आईटी मंत्रालय और संचार मंत्रालय के साथ-साथ रेल मंत्रालय की भी जिम्मेदारी सौंपी गई है। वैष्णव ने कार्यभार ग्रहण करने के बाद कहा, ‘‘मैं माननीय प्रधानमंत्री जी को धन्यवाद देता हूं कि उन्होंने मुझे देश की सेवा करने का महान अवसर दिया। दूरसंचार, आईटी और रेलवे, तीनों में काफी तालमेल है और मैं यह सुनिश्चित करने के लिए काम करूंगा कि उनके विजन को पूरा किया जाए।’’ वैष्णव इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय तथा संचार मंत्रालय में वरिष्ठ भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद की जगह लेंगे।