By अनन्या मिश्रा | Oct 18, 2025
आजकल की लाइफस्टाइल की वजह से लोगों में बीपी की समस्या आम हो गई है। हाई बीपी के कारण लोग अपने खानपान में बदलाव करते हैं और कई लोग दिन में ब्लड प्रेशर चेक करके निश्चिंत हो जाते हैं कि दिन भर ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रहा है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि रात में बढ़ा हुआ ब्लड प्रेशर हार्ट अटैक के जोखिम को बढ़ाता है। इसको नाइट टाइम हाइपरटेंशन भी कहा जाता है। नींद के दौरान ब्लड वेसल्स, बीपी हार्ट और किडनी को नुकसान पहुंचा सकता है। जिससे हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा बढ़ सकता है। इसलिए आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको इसके कारणों और हाई ब्लड प्रेशर को मैनेज करने के टिप्स के बारे में बताने जा रहे हैं।
एक्सपर्ट के अनुसार, दिन के मुकाबले रात में हमारा शरीर आराम करता है। नींद के दौरान बीपी सामान्य से थोड़ा कम हो जाता है। जिससे हार्ट और ब्लड वेसल्स को आराम मिलता है। लेकिन अगर रात में बीपी बढ़ा हुआ रहे, तो हार्ट पर लगातार स्ट्रेस बना रहता है और इससे शरीर को नुकसान हो सकता है।
रात में तनाव रहने का सीधा असर बीपी पर पड़ता है।
लोगों का देर रात तक जागते रहना और नींद पूरी न होने पर भी रात में बीपी हाई हो सकता है।
तला-भुना, ज्यादा नमक और रात में भारी खाने के कारण से भी बीपी पर असर पड़ता है।
जिन लोगों का वेट ज्यादा है, उनका भी रात में बीपी बढ़ सकता है।
वहीं जो लोग स्मोकिंग या शराब का सेवन करते हैं, उनकी ब्लड वेसेल्स को नुकसान पहुंचता है।
कई लोग कुछ दवाओं का सेवन करते हैं, जोकि बीपी की समस्या बढ़ा सकती है।
महिलाओं में खासकर मेनोपॉज के बाद एस्ट्रोजन की कमी की वजह से हार्ट और ब्लड वेसल्स कमजोर होने लगती हैं।
अक्सर दिन में बीपी सामान्य रहता है, लेकिन रात में अगर ब्लड प्रेशर हाई होता है, तो घर पर बीपी मॉनिटर से जांच करें। एम्बुलेटरी ब्लड प्रेशर मॉनिटरिंग का टेस्ट कराएं और डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
रात में भारी और अधिक नमक वाला खाना नहीं खाना चाहिए। रात में चाय या कॉफी का सेवन नहीं करना चाहिए। वहीं आपको सब्जियां, फल, साबुत अनाज और कम फैट वाली बैलेंस्ड डाइट का सेवन करना चाहिए।
रोजाना सुबह और शाम के समय वॉक करें। डॉक्टर की सलाह पर एक्सरसाइज करना चाहिए। वहीं तनाव कम करने के लिए मेडिटेशन और प्राणायाम भी करें।
एक समय पर सोने और उठने का रूटीन सेट करें। सोने से पहले मोबाइल और टीवी स्क्रीन से दूरी बनाकर रखना चाहिए। कम से कम 6-8 घंटे की गहरी नींद जरूर लें।
हाई ब्लड प्रेशर को मैनेज करने के लिए डॉक्टर की बताई दवाओं का समय पर सेवन करें और खुद से कोई दवा न लें और न बंद करें।
एक्सपर्ट की मानें, तो मेनोपॉज के बाद महिलाओं के शरीर में एस्ट्रोजन हार्मोन की कमी की वजह से ब्लड वेसल्स कमजोर हो जाते हैं। इससे नाइट टाइम ब्लड प्रेशर ज्यादा खतरनाक साबित हो सकता है। इसलिए इस उम्र की महिलाओं को अपनी हार्ट हेल्थ की नियमित जांच करवानी चाहिए।