By अनुराग गुप्ता | Jun 29, 2021
श्रीनगर। जम्मू में उच्च सुरक्षा वाले हवाई अड्डा परिसर स्थित वायुसेना स्टेशन में शनिवार देर रात ड्रोन हमला हुआ। इस हमले में ड्रोन के जरिए दो बम गिराए गए। इस घटना को लेकर सरकार ने सख्त कार्रवाई का अंदेशा जताया है। बता दें कि गृह मंत्रालय ने मामले की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को सौंपी है।
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक गृह मंत्रालय ने जम्मू वायु सेना स्टेशन हमले की जांच का जिम्मा राष्ट्रीय जांच एजेंसी को सौंपा है। बता दें कि पाकिस्तानी आतंकवादियों ने महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों को निशाना बनाने के लिए पहली बार ड्रोन का इस्तेमाल किया है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक पहला विस्फोट शनिवार की रात 1 बजकर 40 मिनट के आसपास हुआ जबकि दूसरा उसके छह मिनट बाद हुआ। अधिकारियों ने बताया था कि इस बम विस्फोट में दो वायुसेना कर्मी घायल हो गए।
जम्मू वायुसेना स्टेशन पर हुए ड्रोन हमले के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने अलर्ट जारी किया है। इसी बीच सुंजवां सैन्य स्टेशन के पास एक और ड्रोन देखा गया है। इस ड्रोन के दिखने के बाद से हलचल तेज हो गई है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक सोमवार की देर रात ड्रोन को देखा गया था। ये ड्रोन कुंजवानी, सुंजवान, कलूचक इलाके के पास देखा गया। जिसके बाद सुरक्षा एजेंसियां जांच में जुट गईं।
अबतक 300 से ज्यादा देखे गए ड्रोन
केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों द्वारा संकलित किए गए और सरकार के साथ साझा किए गए आंकड़ों में कहा कि बीएसएफ और अन्य पुलिस इकाइयों ने पांच अगस्त 2019 से 300 से अधिक ऐसी घटनाएं दर्ज कीं। गौरतलब है कि पांच अगस्त को अनुच्छेद 370 के अधिकांश प्रावधानों को रद्द कर दिया गया था और पूर्ववर्ती राज्य जम्मू कश्मीर को दो केंद्र शासित प्रदेशों- जम्मू कश्मीर और लद्दाख के रूप में विभाजित कर दिया गया था। आंकड़ों के मुताबिक पश्चिमी सीमा (मुख्य रूप से जम्मू और पंजाब) पर 2019 में 167, पिछले साल 77 और इस साल अब तक करीब 66 बार ड्रोन देखे गये हैं।