By अभिनय आकाश | Jul 08, 2025
ऑपरेशन सिंदूर के बाद चीन और पाकिस्तान की झूठी अफवाह का पर्दाफाश हो गया है। पाकिस्तान ने दावा किया था कि उसने भारत के तीन राफेल लड़ाकू विमान गिरा दिए। लेकिन पहले तो भारत ने इसे गलत बताया और अब फ्रांस की खुफिया रिपोर्ट से भी साफ हुआ है कि ये दावा बिल्कुल झूठा था। राफेल बनाने वाले दसॉल्ट एविएशन के सीईओ एरिक ट्रेपर ने खुद कहा है कि भारत के राफेल बिल्कुल सुरक्षित हैं और पाकिस्तान का दावा पूरी तरह से गलत है। इस झूठी खबर को फैलाने में चीन की भी बड़ी भूमिका थी। फ्रांस की सेना और खुफिया एजेंसियों का मानना है कि चीन ने फ्रांस में बने राफेल लड़ाकू विमानों की छवि खराब करने के लिए दुनियाभर में अपने दूतावासों का इस्तेमाल किया। खासतौर पर भारत और पाकिस्तान के बीच मई में हुई झड़पों के बाद चीन ने यह प्रचार करना शुरू किया कि राफेल विमान अच्छी तरह प्रदर्शन नहीं कर पाए।
फ्रांस की खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक, चीन के दूतावासों में तैनात रक्षा अधिकारियों ने दूसरे देशों को यह समझाने की कोशिश की कि वे राफेल विमान न खरीदें और इसकी जगह चीन के बनाए विमान लें। फ्रांस का कहना है कि चीन और पाकिस्तान ने मिलकर राफेल के खिलाफ गलत जानकारी फैलाने का अभियान चलाया। सोशल मीडिया पर झूठी तस्वीरें, विडियो गेम की नकली क्लिप और AI से बनाए गए फर्जी कंटेंट फैलाए गए, ताकि ऐसा लगे कि राफेल विमान जंग में नाकाम रहे।
कंपनी के शेयर की कीमत में सोमवार को बढ़ोतरी के बाद आज मंगलवार को शुरुआती कारोबार में गिरावट दर्ज की गई थी। हालांकि, कुछ मिनटों में ही इसमें तेजी आ गई। इस उथल-पुथल के बीच पेरिस स्टॉक एक्सचेंज पर आज यह शेयर मामूली तेजी के साथ 297.20 यूरो पर ट्रेड कर रहा है। पिछले एक महीने में राफेल जेट निर्माता के शेयर में 3 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है। इधर, पाकिस्तान के दावे पर कि ऑपरेशन सिंदूर में भारत के राफेल गिरा दिए गए थे, इस पर क्लियरिटी आ गई है।