इस जन्माष्टमी यदि आप भी भगवान श्रीकृष्ण को प्रसन्न करना चाह रहे हैं तो आपको मधुराष्टकम का पाठ अवश्य करना चाहिए। भगवान श्रीकृष्ण भक्तों से बहुत जल्द प्रसन्न होते हैं बस उनकी आराधना सच्चे मन से करनी चाहिए। वर्ष भर में जन्माष्टमी ऐसा पर्व होता है जब वह खासतौर पर अपने भक्तों को आशीर्वाद देते हैं और उनके सभी कष्टों को हर लेते हैं। इसलिए इस दिन व्रत रखकर भगवान का विधि विधान से पूजन करें। आइए आपको बताते हैं कुछ ऐसी बातें जिनका उपयोग कर आप भी भगवान श्रीकृष्ण को प्रसन्न कर पाएंगे।
मधुराष्टकम
अधरं मधुरं वदनं मधुरं नयनं मधुरं हसिंत मधुरम्।
हृदयं मधुरं गमनं मधुरं मधुराधिपतेरखिलं मधुरम्।।
वचनं मधुरं चरिंत मधुरं वसनं मधुरं वलितं मधुरम्।
चलितं मधुरं भ्रमितं मधुरं मधुराधिपतेरखिलं मधुरम्।।
वेणुर्मधरो रेणुर्मधुरः पाणिर्मधुरः पादौ मधुरौ।
नृत्यं मधुरं सख्यं मधुरं मधुराधिपतेरखिलं मधुरम्।।
गीतं मधुरं पीतं मधुरं भुक्तं मधुरं सुप्तं मधुरम्।
रूपं मधुरं तिलकं मधुरं मधुराधिपतेरखिलं मधुरम्।।
करणं मधुरं तरणं मधुरं हरणं मधुरं रमणं मधुरम्
वमितं मधुरं शमितं मधुरं मधुराधिपतेरखिलं मधुरम्।।
गुंजा मधुरा माला मधुरा यमुना मधुरा वीची मथुरा।
सलिलं मधुरं कमलं मधुरं मधुराधिपतेरखिलं मधुरम्।।
गोपी मधुरा लीला मधुरा युक्तं मधुरं मुक्तं मधुरम्।
दृष्टं मधुरं शिष्टं मधुरं मधुराधिपतेरखिलं मधुरम्।।
गोपा मधुरा गावो मधुरा यष्टिर्मधुरा सृष्टिर्मधुरा।
दलितं मधुरं फलितं मधुरं मधुराधिपतेरखिलं मधुरम्।।
श्रीकृष्ण भगवान को प्रसन्न करने हेतु कुछ मंत्र यहां दिये जा रहे हैं इनका उपयोग भी आप कर सकते हैं।
1- कृं कृष्णाय नम: (मान्यता है कि यह स्वयं भगवान श्रीकृष्ण द्वारा बताया गया मूलमंत्र है। इसके उच्चारण से घर परिवार में सुख शांति रहती है।)
2- ऊं श्रीं नम: श्रीकृष्णाय परिपूर्णतमाय स्वाहा (मान्यता है कि इस महामंत्र का जाप करने से अटके काम पूरे होते हैं।)
3- गोवल्लभाय स्वाहा (कहने को इस मंत्र में दो ही शब्द हैं लेकिन यह बड़ा फलदायक मंत्र है।)
4- गोकुल नाथाय नम: (इस मंत्र के उच्चारण से सभी मनोकामनाएँ पूर्ण होती हैं।)
5- क्लीं ग्लौं क्लीं श्यामलांगाय नम: (इस मंत्र का उच्चारण आर्थिक स्थिति सुधारता है और सिद्धि प्रदान करता है।)
6- ऊं नमो भगवते श्रीगोविन्दाय (यदि प्रेम विवाह की राह में अड़चन आ रही है तो इस मंत्र का जाप करें।)
7- ऐं क्लीं कृष्णाय ह्रीं गोविंदाय श्रीं गोपीजनवल्लभाय स्वाहा ह्र्सो (उच्चारण में थोड़ा कठिन यह मंत्र वाणी को वरदान देने वाला है।)
-शुभा दुबे