ताजमहल जाने, कुंभ मेले में इस्तेमाल हो सकती हैं हाइब्रिड एयरोबोट्स: गडकरी

By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Nov 02, 2018

नई दिल्ली। परिवहन के अभिनव तरीके को बढ़ावा देने के इच्छुक, केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने गुरुवार को कहा कि सरकार आगामी कुंभ मेले में और साथ साथ राष्ट्रीय राजधानी से ताजमहल (आगरा) तक लोगों को ले जाने के लिए हाइब्रिड एयरोबोट्स के इस्तेमाल की शुरुआत कर सकती है। उन्होंने कहा कि सरकार हाइब्रिड एयरोबोट्स जैसे नए प्रकार के वाहनों के उपयोग की संभावना को तलाश रही है जो जमीन, पानी और विमानन प्रौद्योगिकी का सम्मिश्रण है और प्रति घंटे 80 किमी से अधिक गति से जमीन, पानी और हवा में चल सकती है।

गडकरी ने एक समारोह को संबोधित करते हुए कहा, "शीर्ष रूसी कंपनियों के हाइब्रिड एयरोबोट्स को कुंभ के लिए लाया जा सकता है और हम 26 जनवरी से पहले ताजमहल तक लोगों को ले जाने के लिए एक प्रायोगिक परियोजना शुरू कर सकते हैं।" मंत्री की इस टिप्पणी के पहले एल्यूमीनियम से बने एरोबोट्स का निर्माण करने वाली रूसी कंपनियों ने इस सप्ताह के आरंभ में जल संसाधन, नदी विकास और गंगा कायाकल्प मंत्री के सामने अपना ‘प्रस्तुतीकरण’ दिया था।

 

गडकरी ने कहा कि सरकार हवाई परिवहन क्षेत्रों जैसे रोपेवे, पॉड्स इत्यादि, विशेष रूप से पहाड़ी इलाकों के लिए और भीड़ वाले शहरों में दूरस्थ क्षेत्रों से संपर्क कायम करने के विकल्प के रूप में हवाई परिवहन सेवाओं का उपयोग करने की संभावना पर विचार कर रही है। इससे पहले एक सरकारी सूत्र ने पीटीआई-भाषा को बताया कि एक कंपनी, जो सेंट पीटर्सबर्ग में एरोबोट्स बनाती है, को वाराणसी में बहुपक्षीय टर्मिनल के उद्घाटन के साथ संभवतः इन वाहनों को जल्द से जल्द प्रदर्शित करने के लिए कहा गया है।

 

सूत्र ने कहा कि यद्यपि इन नौकाओं का निर्माण मुख्य रूप से सेंट पीटर्सबर्ग में किया जाता है, लेकिन कल पुर्जो आदि की कोई समस्या नहीं है क्योंकि इसका इंजन टोयोटा का है। सूत्रों ने कहा कि नाव एल्यूमीनियम से बने हैं, उन्हें जोड़ने में करीब 15 मिनट लगते हैं। इसमें 11 यात्रियों को बिठाने की व्यवस्था है। उनके पास 60 व्यक्तियों की क्षमता वाली बड़ी नावें भी हैं जो हवा में उठ सकती हैं।

 

सूत्र ने कहा है, "अधिकतम उठान 3 मीटर का है, इसलिए यह नागरिक उड्डयन नियमों के दायरे से बाहर है।" स्कोल्कोवो फाउंडेशन रूसी स्कोल्कोवो इनोवेशन सेंटर, उन्नत तकनीकों के विकास और व्यावसायीकरण के लिए एक वैज्ञानिक और तकनीकी निकाय के लिए जिम्मेदार प्रमुख एजेंसी है। गंगा सफाई के बारे में मंत्री ने कहा कि 70 से 80 प्रतिशत काम मार्च तक पूरा होगा और पूरी सफाई का काम मार्च 2020 तक पूरा हो जाएगा। उन्होंने कहा, इसके अलावा पूरे साल नदी के प्रवाह को सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाए गए हैं।

 

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