By रेनू तिवारी | Aug 10, 2024
हाल ही में दिल्ली पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए रिजवान अली पर आरोप है कि वह शहर में धमाके की तैयारी कर रहा था। पूछताछ में पता चला कि रिजवान पहले ही जामिया और ओखला के यमुना किनारे के इलाकों में नियंत्रित विस्फोट कर चुका था। ISIS पुणे मॉड्यूल का भंडाफोड़ होने के बाद रिजवान दिल्ली में नया मॉड्यूल बनाने की तैयारी में सक्रिय था।
ISIS कमांडर से सीधा संपर्क
रिजवान कथित तौर पर ISIS कमांडर फरतुल्लाह गोरी के सीधे संपर्क में था। उसने पुणे में नियंत्रित IED धमाकों की ट्रेनिंग ली और पुलिस से बचने के बाद महाराष्ट्र और गुजरात के कई शहरों में छिप गया। फरार होने के बावजूद उसने गोरी से संपर्क बनाए रखा।
2018 में पिछली गिरफ्तारियां
रिजवान को पहले भी 2018 में दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया था, लेकिन गहन पूछताछ के बाद उसे छोड़ दिया गया था। उसकी हालिया गिरफ्तारी के बाद, दिल्ली पुलिस और अन्य एजेंसियों ने सुरक्षा बढ़ा दी है और सरोजिनी नगर, लाजपत नगर और खान मार्केट जैसे प्रमुख बाजारों में मोस्ट वांटेड आतंकियों के पोस्टर लगाए हैं।
इनाम और गिरफ्तारी
रिज़वान को दिल्ली-फरीदाबाद सीमा पर दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की टीम ने एक गुप्त सूचना के आधार पर गिरफ्तार किया। उसके पास से एक अवैध बन्दूक बरामद की गई। एनआईए ने पहले उसकी गिरफ्तारी के लिए 3 लाख रुपये का इनाम घोषित किया था।