By अनुराग गुप्ता | Jan 21, 2022
पणजी। पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के बेटे उत्पल पर्रिकर ने शुक्रवार को पणजी से निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला किया है। आपको बता दें कि उत्पल पर्रिकर ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से पणजी का टिकट मांगा था लेकिन पार्टी ने पणजी का टिकट देने से मना कर दिया था। जिसके बाद उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला किया है। हालांकि उन्होंने पहले ही चुनाव प्रचार शुरू कर दिया था।
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, उत्पल पर्रिकर ने बताया कि मैं पणजी निर्वाचन क्षेत्र से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ूंगा। 40 विधानसभा सीटों वाले राज्य में 14 फरवरी को मतदान होंगे और 10 मार्च को चुनाव परिणाम सामने आएंगे। ऐसे में तमाम राजनीतिक दलों ने मतदाताओं को लुभाना शुरू कर दिया है। ऐसे में भाजपा ने गुरुवार को 34 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की थी। जिसमें स्पष्ट हो गया था कि पणजी से उत्पल पर्रिकर को टिकट नहीं मिलेगा।
भाजपा ने दिए थे दो विकल्प
गोवा भाजपा प्रभारी देवेंद्र फडणवीस ने पार्टी उम्मीदवारों की पहली सूची जारी करते हुए कहा था कि उत्पल पर्रिकर से चर्चा हुई है। हमने उन्हें दो विकल्प दिए हैं। जिनमें से पहला विकल्प को उन्होंने ठुकरा दिया है। ऐसे में दूसरे विकल्प पर चर्चा हो रही है। हम समझते हैं कि वह मान जाएंगे। उन्होंने कहा था कि वर्तमान में अतनासियो मोंटेसेरेट विधायक है, इसलिए उनका टिकट काटना उचित नहीं था। मनोहर पर्रिकर जी का परिवार हमारा परिवार है।
पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के निधन के बाद पणजी में उपचुनाव हुए थे, जिसमें कांग्रेस के अतनासियो मोंटेसेरेट ने जीत दर्ज की थी। इसके बाद वो भाजपा में शामिल हो गए थे।
आम आदमी पार्टी ने दिया था ऑफर
उत्पल पर्रिकर को पणजी से टिकट नहीं दिए जाने पर आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भाजपा पर उपयोग करो और फेंक दो की नीति अपनाने का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा था कि गोवावासी उदास महसूस करते हैं कि भाजपा ने पर्रिकर परिवार के साथ भी उपयोग करो और फेंक दो की नीति अपनायी। मैंने हमेशा ही मनोहर पर्रिकर जी का सम्मान किया है। उत्पल जी का आप से जुड़ने एवं चुनाव लड़ने का स्वागत है।