Goa Assembly Election 2022 | बीजेपी की लिस्ट से मनोहर पर्रिकर के बेटे का नाम आउट, केजरीवाल ने ऑफर किया टिकट
अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट किया, 'गोवावासियों को बहुत दुख होता है कि भाजपा ने पर्रिकर परिवार के साथ भी यूज एंड थ्रो नीति अपनाई है। मैंने हमेशा मनोहर पर्रिकर जी का सम्मान किया है। उत्पल जी का आप के टिकट पर चुनाव में शामिल होने और लड़ने के लिए स्वागत है।'
आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार 20 जनवरी को गोवा के पूर्व सीएम मनोहर पर्रिकर के बेटे उत्पल पर्रिकर को पार्टी में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया।
अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट किया, "गोवावासियों को बहुत दुख होता है कि भाजपा ने पर्रिकर परिवार के साथ भी यूज एंड थ्रो नीति अपनाई है। मैंने हमेशा मनोहर पर्रिकर जी का सम्मान किया है। उत्पल जी का आप के टिकट पर चुनाव में शामिल होने और लड़ने के लिए स्वागत है।" Goans feel v sad that BJP has adopted use and throw policy even with Parrikar family. I have always respected Manohar Parrikar ji. Utpal ji is welcome to join and fight elections on AAP ticket. https://t.co/MBY8tMkPP7
गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के पुत्र उत्पल पर्रिकर को पणजी सीट से टिकट नहीं दिया गया है और पार्टी ने अपने वर्तमान विधायक अतनासियो मोंटेसेरेट पर भरोसा जताया है। मनोहर पर्रिकर के निधन के बाद इस सीट पर हुए उपचुनाव में कांग्रेस के अतनासियो मोंटेसेरेट ने जीत दर्ज की थी। बाद में वह भाजपा में शामिल हो गए थे। उत्पल इसी सीट से टिकट की मांग कर रहे थे। इस बारे में पूछे जाने पर फडणवीस ने कहा कि पणजी से वर्तमान विधायक को टिकट दिया गया है।
उन्होंने कहा, ‘‘मनोहर पर्रिकर जी का परिवार हमारा परिवार है। उत्पल पर्रिकर से चर्चा हुई है। हमने उन्हें दो विकल्प दिए हैं। उन्होंने पहले विकल्प को खारिज कर दिया। दूसरे विकल्प पर उनसे चर्चा हो रही है। हम समझते हैं कि वह मान जाएंगे।’’ फडणवीस ने दावा किया कि भाजपा की सरकार ने गोवा को राजनीतिक स्थिरता दी है और इस तटीय राज्य के विकास के लिए दिवंगत मनोहर पर्रिकर ने जो सपना देखा था, उसे पूरा कर रही है।
केंद्र व राज्य सरकार की विभिन्न उपलब्धियां गिनाते हुए उन्होंने कहा कि जिस गोवा को कभी खराब कानून-व्यवस्था की स्थिति के लिए जाना जाता था, वहां आज शांति है और कानून का राज है। इस अवसर पर उन्होंने विरोधी दलों पर भी निशाना साधा और कहा कि भाजपा जहां गोवा के विकास के लिए संघर्ष कर रही है, वहीं बाकी राजनीतिक दल भाजपा से संघर्ष कर रहे हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस सहित सभी अन्य विपक्षी दल गोवा को ‘‘पैसे बनाने की फैक्ट्री’’ के रूप में देखते हैं। उन्होंने दावा किया कि राज्य की जनता के बीच कांग्रेस अपना जनाधार और विश्वसनीयता दोनों खो चुकी है। फडणवीस ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली तृणमूल कांग्रेस पर भी हमला बोला और कहा कि गोवा की जनता ने उन्हें पहले ही खारिज कर दिया है।
सूत्रों ने कहा कि दूसरी ओर, भाजपा अभी भी उत्पल पर्रिकर को पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ने के लिए मनाने की कोशिश कर रही है। उसके परिवार से भी बात करने की कोशिश की जा रही है। हालांकि, पार्टी के अंदरूनी सूत्रों ने पर्रिकर के लिए बिचोलिम सीट की संभावना से इनकार किया क्योंकि वे अभी भी पार्टी नेता और विधानसभा अध्यक्ष राजेश पाटनेकर को चुनाव लड़ने के लिए मनाने की कोशिश कर रहे हैं। स्वास्थ्य के लिहाज से बीमार होने के कारण पाटनेकर को संदेह है। उत्पल ने पहले ही अपने पिता के प्रतिनिधित्व वाले पंजिम निर्वाचन क्षेत्र में डोर-टू-डोर बैठकें शुरू कर दी हैं। 2019 में मनोहर पर्रिकर के निधन के बाद, भाजपा ने सीट से एक युवा उम्मीदवार सिद्धार्थ कुनकलेलिंकर को मैदान में उतारा। गोवा के मजबूत नेता और पूर्व कांग्रेस नेता अतानासियो 'बाबुश' मोनसेरेट ने उपचुनाव लड़ा और जीत हासिल की, जिससे भाजपा से सीट छीन ली गई।
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भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने आगामी गोवा विधानसभा चुनाव के लिए बृहस्पतिवार को 34 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी। मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत को सैंकलिम से उम्मीदवार बनाया गया है जबकि पार्टी ने छह विधायकों के टिकट काटे हैं। महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और गोवा के लिए भाजपा के चुनाव प्रभारी देवेंद्र फडणवीस ने पार्टी महासचिव अरुण सिंह के साथ एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में यह घोषणा की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा सहित पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति के अन्य सदस्यों ने इन नामों पर मुहर लगाई है।
सिंह ने कहा कि पार्टी ने जिन 34 उम्मीदवारों के नाम तय किए हैं उनमें नौ ईसाई समुदाय के हैं जबकि तीन सामान्य सीटों पर अनुसूचित जनजाति के नेताओं को उम्मीदवार बनाया गया है। उन्होंने कहा कि पार्टी ने नौ सामान्य जाति के नेताओं को अपना उम्मीदवार बनाया है जबकि एक पत्रकार को भी टिकट दिया गया है। सिंह के अनुसार राज्य में छह सीटें ऐसी हैं जहां से पार्टी ने नये उम्मीदवार उतारे हैं।
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