अगर बाउंड्रीज भी होते टाई तो ICC ऐसे घोषित करता World Cup विनर

By अभिनय आकाश | Jul 18, 2019

हिन्दुस्तान में इस बात पर बहस चल रही है कि महेंद्र सिंह धोनी ने वर्ल्ड कप में अच्छा खेला या नहीं खेला, क्या महेंद्र सिंह धोनी को रिटार्यमेंट ले लेना चाहिए। लेकिन वर्ल्ड कप फाइनल मुकाबले में इंग्लैंड की अनोखी जीत पर भी देश-दुनिया में चर्चा जारी है। कोई इस फैसले की वजह से आईसीसी की आलोचना कर रहा है तो कोई नियमों का हवाला देकर इस जीत को सही ठहरा रहा है। इस वर्ल्ड कप में इंग्लैंड वर्सेज न्यूजीलैंड दोनों टीमें पहली बार फाइनल में आमने-सामने थीं। दोनों टीमों के लिए फाइनल जीतना किसी भी कीमत पर जरूरी था। दोनों ही टीम का मैच टाई रहा औऱ सुपर ओवर भी टाई रहा। लेकिन आईसीसी के जिस नियम के तहत इंग्लैंड टीम को विजयी घोषित किया गया। 

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न्यूजीलैंड पहले खेलते हुए आठ विकेट पर 241 रन बनाता है। इंग्लैड 241 रन बनाते-बनाते आल आउट हो जाता है। लेकिन विनर ज्यादा कम विकेट खोने के लिए न्यूजीलैंड को नहीं माना जाता है। जिसके बाद सुपर ओवर में जाते हैं। सुपर ओवर में टाई होता है तो काउंटबैक सिस्टम को माना जाता है। इंग्लैंड ने अपनी पारी में 22 चौके और 2 छक्के समेत 24 बाउंड्री लगाईं। इसके बाद उसने सुपर ओवर में भी 2 बाउंड्री लगाईं। इस तरह से उसकी 26 बाउंड्री हो गईं। वहीं, न्यूजीलैंड ने अपनी पारी में 14 चौके, 2 छक्के समेत 16 बाउंड्री लगाईं और सुपर ओवर में 1 छक्का लगाया। इस तरह मैच और सुपर ओवर को मिलाकर इंग्लैंड ने कुल 26 और न्यूजीलैंड ने 17 बाउंड्री लगाईं। ज्यादा बाउंड्री की वजह से इंग्लैंड यह वल्ड कप जीत जाता है। जिसके बाद गौतम गंभीर से लेकर रोहित शर्मा तक सभी खिलाड़ियों ने ट्वीट कर आईसीसी के इस नियम का मजाक उड़ाया है। लेकिन अगर दोनों ही टीमों के चौकों की संख्या भी समान होती तो क्या होता? आइए आपको बताते हैं।

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अगर मैच में सुपर ओवर भी टाई हो जाए और दोनों टीमों के चौकों की संख्या भी बराबर हो तो वो टीम जीतेगी, जिसने आखिरी गेंद पर ज्यादा रन बनाए हों। सुपर ओवर में चौके भी बराबर होने पर दोनों टीमों द्वारा छह गेंदों पर बनाए रन की तुलना होती। इसकी शुरुआत छठी गेंद से होती। मान लीजिए, छठी गेंद पर इंग्लैंड ने चार रन बनाए होते और न्यूजीलैंड ने तीन तो इंग्लैंड विजेता माना जाता। लेकिन दोनों ही टीमों ने छठी गेंद पर चार-चार रन बनाए होते तो पांचवीं गेंद पर बने रन देखे जाते। इस गेंद पर जिस टीम ने ज्यादा रन बनाए होते, उसे विजेता घोषित किया जाता।