यात्रियों के लिए नयी टीका नीति पर भारत ने ब्रिटेन को चेताया

By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Sep 22, 2021

 यात्रियों के संबंध में ब्रिटेन की नयी कोविड-19 टीका नीति के संबंध में भारत की चिंताओं का समाधान नहीं किए जाने की स्थिति में विदेश सचिव हर्षवर्द्धन श्रृंगला ने मंगलवार को कहा कि ऐसी स्थिति में ‘‘उसी तरह के कदम उठाए जा सकते हैं।’’

श्रृंगला ने ब्रिटेन की इस नीति को भेदभावपूर्ण बताया। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कोविशील्ड टीका लगवाने वालों के संबंध में देश की चिंताओं से ब्रिटेन की नवनियुक्त विदेश मंत्री एलिजाबेथ ट्रस को न्यूयॉर्क में हुई बैठक में अवगत कराया।

 

इसे भी पढ़ें: भारत की पड़ोस प्रथम नीति के केंद्र में है श्रीलंका: विदेश सचिव

 

दरअसल ब्रिटेन के नये यात्रा नियम के अनुसार, सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा बनाए गए कोविशील्ड टीके की दोनों खुराक लेने वाले लोगों के टीकाकरण को मान्यता नहीं दी जाएगी और ब्रिटेन पहुंचने पर उन्हें 10 दिनों के पृथक-वास में रहने की जरुरत होगी।

श्रृंगला ने कहा, ‘‘यहां मुख्य मुद्दा यह है कि, एक टीका है कोविशील्ड, जो ब्रिटिश कंपनी का लाइसेंसी उत्पाद है, जिसका उत्पादन भारत में होता है और ब्रिटिश सरकार के अनुरोध पर हमने ब्रिटेन को इसकी 50 लाख खुराक भेजी है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘हम समझते हैं कि इसका उपयोग राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्रणाली (एनएचएस) के तहत हो रहा है और ऐसे में कोविशील्ड को मान्यता नहीं देना भेदभावपूर्ण नीति है और इससे ब्रिटेन की यात्रा करने वाले हमारे नागरिक प्रभावित होते हैं।’’

अधिकारिक सूत्रों ने कहा कि अगर चार अक्टूबर तक भारत की चिंताओं का समाधान नहीं किया गया तो ब्रिटेन से आने वाले यात्रियों के संबंध में वैसे ही कदम उठाये जाएंगे। गौरतलब है कि यात्रा संबंधी ब्रिटेन का नया नियम चार अक्टूबर से प्रभावी हो रहा है।

पत्रकारों के साथ बातचीत में श्रृंगला ने कहा कि उन्हें बताया गया है कि ब्रिटेन द्वारा कुछ आश्वासन दिया गया है कि इस समस्या का समाधान किया जाएगा। श्रृंगला ने कहा, ‘‘हमने कुछ साझेदार देशों को एक-दूसरे के टीकाकरण प्रमाणपत्र को मान्यता देने का विकल्प भी दिया है। लेकिन ये कदम एक-दूसरे के फैसले पर निर्भर करते हैं। हमें देखना होगा कि आगे क्या होता है। अगर हम संतुष्ट नहीं होते हैं तो उसी तरह के कदम उठाना हमारे अधिकार क्षेत्र के भीतर होगा।’’

वह इस संबंध में पूछे गए एक सवाल का जवाब दे रहे थे। सूचना मिली है कि नयी दिल्ली इस संबंध में ब्रिटेन को ‘नोट वर्बल’ जारी कर चुका है।

प्रमुख खबरें

Delhi Politics । दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष Arvinder Singh Lovely के इस्तीफे पर भाजपा नेताओं की प्रतिक्रिया, जानें किसने क्या कुछ कहा

RSS प्रमुख मोहन भागवत ने विवाद के बीच आरक्षण का समर्थन किया

पतंजलि के झूठे वादे के बाद भारत में आयुर्वेदिक, अन्य पारंपरिक दवा निर्माता जांच के दायरे में, आयुष मंत्रालय ने भ्रामक विज्ञापनों पर चेतावनी जारी की

Karnataka । क्या कोई पंजा आपकी संपत्ति लूट सकता है? Belagavi की जनता से PM Modi ने पूछा सवाल, Congress को दी ये चेतवानी