By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Aug 01, 2019
बांजुल (गाम्बिया)। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने गाम्बिया के अपने समकक्ष एडम बैरो के साथ व्यापक मुद्दों पर बातचीत की और इस दौरान भारत ने बुधवार को अफ्रीकी देश को कौशल विकास और कुटीर उद्योग परियोजनाओं में सहयोग के लिए 500,000 अमेरिकी डॉलर की सहायता की। तीन देशों की यात्रा के दूसरे चरण में मंगलवार को यहां पहुंचे कोविंद ने गाम्बिया के राष्ट्रपति को उनके देश के साथ भारत के पारंपरिक संबंधों को बढ़ाने में उनकी प्रतिबद्धता और उसके विकास में योगदान से अवगत कराया। यह किसी भारतीय राष्ट्रपति की गाम्बिया की पहली यात्रा है। गाम्बिया में भारत का दूतावास नहीं है। हालांकि भारत ने अफ्रीका में 18 नए दूतावास खोलने का फैसला किया, जिनमें से सात पश्चिमी अफ्रीका में हैं।
भारत और गाम्बिया ने औषधि और होम्योपैथी की पारंपरिक प्रणालियों में सहयोग पर समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। बातचीत के बाद राष्ट्रपति ने मीडिया से कहा कि दो प्राचीन समाज होने के नाते दोनों देशों के पास आयुर्वेद के क्षेत्रों और पारंपरिक स्वास्थ्य प्रणालियों के अन्य रूपों में दुनिया को देने केलिए बहुत कुछ है। भारत ने अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन समझौते पर गाम्बिया सरकार से अनुमोदन प्राप्त किया।
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राष्ट्रपति ने कहा कि इससे सौर ऊर्जा पर दोनों देशों के बीच सहयोग के नये अवसर खुलेंगे और जलवायु परिवर्तन से लड़ने में मदद मिलेगी। भारत न्यायपालिका, पुलिस, प्रशासन और तकनीकी दक्षता के क्षेत्रों में प्रशिक्षण देने के लिए भी राजी हो गया। कोविंद और गाम्बिया के राष्ट्रपति ने द्विपक्षीय संबंधों के सभी आयामों की समीक्षा की और आपसी हितों के क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर चर्चा की।
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कोविंद ने कहा कि भारत के राष्ट्रपति के तौर पर पश्चिम अफ्रीका की तीन देशों की यात्रा के बाद मैं दो वर्षों में 10 अफ्रीकी देशों की यात्रा करना चाहूंगा। कोविंद ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की स्थायी सदस्यता के लिए भारत की उम्मीदवारी का समर्थन करने के लिए बैरो का आभार जताया। दोनों पक्षों ने संयुक्त राष्ट्र में आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक लड़ाई को मजबूत करने के लिए करीबी सहयोग से काम करने पर भी सहमति जताई।