By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Mar 26, 2020
नयी दिल्ली। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने गुरूवार को कहा कि काबुल स्थित भारतीय उच्चायोग अफगानिस्तान की राजधानी में गुरूद्वारे पर हुए जघन्य आतंकी हमले के पीड़ित परिवारों के सम्पर्क में है। बुधवार को काबुल स्थित गुरूद्वारे पर बंदूकधारियों की अंधाधुंध गोलीबारी में 25 लोग मारे गए थे। इसमें से एक मृतक पुरानी दिल्ली निवारी 71 वर्षीय तियान सिंह हैं। आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है। यह हमला ऐसे समय में हुआ है कि अमेरिका और तालिबान के बीच अफगानिस्तान में स्थायी शांति लाने के लिये हाल ही में ऐतिहासिक समझौता हुआ है। विदेश मंत्री जयशंकर ने ट्वीट किया, ‘‘ काबुल स्थित गुरूद्वारे पर कायराना आतंकी हमले से उत्पन्न आक्रोश और दुख को समझता हूं। काबुल स्थित भारतीय उच्चायोग इस घटना में मारे गए लोगों और घायलों के परिवार के लगातर सम्पर्क में हैं।’’
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विदेश मंत्री ने कहा कि सिंह के पार्थिव शरीर को काबुल से लाने के प्रयास किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि चिकित्सा सलाह घायलों को वहां से हटाने के खिलाफ है। जयशंकर ने कहा कि काबुल स्थित भारतीय उच्चायोग तियान सिंह के पार्थिव शरीर को लाने के लिये काम कर रहा है। आगे जानकारी देता रहूंगा। इससे पहले, विदेश मंत्रालय ने काबुल में गुरूद्वारे पर हमले की कड़ी निंदा करते हुए कहा था कि हम इस हमले में मारे गए लोगों के परिवार के सदस्यों के प्रति गहरी संवेदना प्रकट करते हैं और घायलोंके जल्द स्वस्थ होने की कामना करते हैं।
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मंत्रालय ने आपने बयान में कहा था कि भारत इस घड़ी में अफगानिस्तान में प्रभावित हिन्दू एवं सिख समुदाय के परिवारों को हर संभव सहायता प्रदान करने को तत्पर है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि कोरोना वायरस की महामारी के प्रकोप के बीच अल्पसंख्यक समुदाय के धार्मिक पूजास्थल पर ऐसा कायराना हमला, इन हमलावरों एवं उनका समर्थन करने वालों की शैतानी मानसिकता कोदर्शाता है। मंत्रालय ने कहा था कि हम अफगानिस्तान के लोगों एवं देश की सुरक्षा और इस हमले का जवाब देने के लिये अफगानिस्तान के बहादुर सुरक्षा बलों के पराक्रम, उनके साहस और समर्पण की सराहना करते हैं। भारत, अफगानिस्तान में शांति एवं सुरक्षा का वातावरण लाने के प्रयासों में वहां के लोगों, सरकार और सुरक्षा बलों के साथ खड़ी है।