By अंकित सिंह | Dec 16, 2025
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने ऑपरेशन सिंदूर को लेकर बड़ा दावा किया है। पुणे में पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के पहले दिन ही हमारी करारी हार हुई। 7 तारीख को आधे घंटे तक चली हवाई झड़प में हमारी करारी हार हुई, चाहे लोग इसे मानें या न मानें। भारतीय विमानों को मार गिराया गया। वायुसेना पूरी तरह से ठप हो गई थी और एक भी विमान नहीं उड़ा। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि अगर ग्वालियर, बठिंडा या सिरसा से कोई भी विमान उड़ान भरता, तो पाकिस्तान द्वारा उसे मार गिराए जाने की प्रबल संभावना थी, इसीलिए वायुसेना को पूरी तरह से ठप कर दिया गया था।
पृथ्वीराज चव्हाण ने आगे कहा कि हाल ही में हमने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान देखा कि सेना की एक किलोमीटर की भी हलचल नहीं हुई... दो-तीन दिनों में जो कुछ भी हुआ, वह सिर्फ हवाई युद्ध और मिसाइल युद्ध था। भविष्य में भी युद्ध इसी तरह लड़े जाएंगे। ऐसे में क्या हमें वाकई 12 लाख सैनिकों की सेना रखने की जरूरत है, या हम उनसे कोई और काम नहीं करवा सकते? वहीं, चव्हाण ने अपनी उस भविष्यवाणी पर स्पष्टीकरण दिया जिसमें उन्होंने कहा था कि 19 दिसंबर को देश में इतिहास का सबसे बड़ा राजनीतिक उथल-पुथल होगा और प्रधानमंत्री बदलेंगे, जो कि एक मराठी नेता होंगे। पत्रकार भवन में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने अपनी भविष्यवाणी का संदर्भ समझाया।
पत्रकारों को संबोधित करते हुए चव्हाण ने जेफरी एपस्टीन मामले से संबंधित अमेरिका में हो रहे घटनाक्रमों के बारे में बात की। उन्होंने बताया कि लगभग 1995-96 में अमेरिकी व्यवसायी जेफरी एपस्टीन सुर्खियों में आए और बाद में पता चला कि वे नाबालिग लड़कियों की यौन तस्करी सहित अवैध गतिविधियों में शामिल थे। आरोप है कि एपस्टीन ने हनी-ट्रैप के जरिए कई राजनीतिक हस्तियों को फंसाया और उनकी रिकॉर्डिंग की।
पीड़ितों की शिकायतों के बाद जांच की गई, जिसके परिणामस्वरूप उन्हें यौन तस्करी और नाबालिगों के शोषण के गंभीर आरोपों में दोषी ठहराया गया। बाद में जेल में संदिग्ध परिस्थितियों में एपस्टीन की मृत्यु हो गई, जिसे आधिकारिक तौर पर आत्महत्या घोषित किया गया, हालांकि इसने अमेरिका में बड़ा विवाद खड़ा कर दिया।