भारत का सबसे भरोसेमंद सेना का हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त, जानें Mi-17V5 की खासियत

By रेनू तिवारी | Dec 08, 2021

तमिलनाडु के कुन्नूर में बुधवार को चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत को लेकर जा रहा भारतीय वायु सेना का Mi-17V5 हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया। हेलिकॉप्टर ने सुलूर एयरबेस से कोयंबटूर के वेलिंगटन के लिए उड़ान भरी थी लेकिन हेलीकॉप्टर रास्ते में ही दुर्घटनाग्रस्त हो गया। शुरुआती खबरों के मुताबिक इस घटना में अभी तक 11 लोगों के शवों को रेस्क्यू टीम ने बरामद किया है। तीन लोगों गंभीर रूप से घायल बताए जा रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक, कुन्नूर की पहाड़ियों में हेलीकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने के दौरान उसमें 14 लोग सवार थे। बचाए गए तीनों को गंभीर चोटें आईं और उन्हें नीलगिरी जिले के वेलिंगटन छावनी में अस्पताल ले जाया गया।

 

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भारत में ऐसा पहली बार नहीं हुई है जब कोई हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हुआ हो। इस मामले में भारत का रिकॉर्ड बहुत अच्छा नहीं रहा है। वायु सेना के कई ऑपरेशन के दौरान हेलीकॉप्टर्स ने पायटलों का साथ छोड़ा है। 2011 से लेकर अब तक भारतीय सेना ने 21 अपने हेलीकॉप्टर्स क्रेस और खराबी के कारण खोय हैं। इस बात की पुष्टि संसद में रक्षा मंत्रालय द्वारा दी गयी थी। एमआई-17वी5 हेलीकॉप्टर को भारत ने रूस से खरीदा है। यह अब तक के सबसे ज्यादा एडवांस हेलिकॉप्टर्स में से एक माना जाता है। आखिर ये हादसा कैसे हुआ इसकी जांच के सेना की तरफ से आदेश दिए जा चुके हैं। 


Mi-17V5 के बारे में पूरी जानकारी


  • Mi-17V5 भारतीय वायु सेना द्वारा उपयोग किया जाने वाला एक आधुनिक ट्रांसपोर्ट हेलीकॉप्टर है। हेलिकॉप्टर को अपने कार्गो केबिन के अंदर या बाहरी स्लिंग पर कर्मियों, कार्गो और उपकरणों को ले जाने के लिए डिज़ाइन किया गया है। हेलीकॉप्टर सामरिक हवाई हमले बलों और टोही (खोज) टीमों को गिराने में सक्षम है।
  • आधुनिक एवियोनिक्स से लैस, हेलीकॉप्टर किसी भी भौगोलिक और जलवायु परिस्थितियों में, दिन और रात, प्रतिकूल मौसम स्थितियों के साथ काम करने में सक्षम है।
  • भारतीय वायु सेना हेलीकॉप्टर का उपयोग न केवल कार्गो परिवहन के लिए करती है बल्कि देश भर में बचाव और राहत मिशनों के अलावा परिचालन क्षेत्रों में सैनिकों को भी तैनात करती है। इन हेलीकॉप्टरों का संचालन सुलूर एयरबेस करता है।
  • सोवियत-डिज़ाइन किया गया रूसी हेलीकॉप्टर रात में और सीमित प्रतिकूल मौसम की स्थिति में अप्रस्तुत स्थलों पर उतरने में सक्षम है। हेलीकॉप्टर अधिकतम 13,000 किलोग्राम भार उठा सकता है, अधिकतम 250 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से उड़ान भर सकता है।
  • भारत ने कुछ साल पहले रूस से 80 एमआई-17 हेलीकॉप्टर खरीदे थे, जो भारतीय वायु सेना के मध्यम परिवहन बेड़े के काम आते हैं।
  • रूस निर्मित हेलिकॉप्टर Mi-17 V5 एक विश्वसनीय विमान है जिसका उपयोग प्रधान मंत्री सहित संवैधानिक पदों पर बैठे व्यक्तियों के लिए भी किया जाता है। Mi-17 V5 लाइन सीरीज़ में सबसे ऊपर है। हेलिकॉप्टर का आखिरी बैच 2018 में भारत लाया गया था।
  • फरवरी 2019 में जम्मू-कश्मीर में एक भी दुर्घटना के अलावा हेलीकॉप्टर की कोई बड़ी दुर्घटना नहीं हुई है, जिस दिन भारत ने पुलवामा आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान के बालाकोट में हवाई हमला किया था।
  • एमआई-17 के अलावा, भारतीय वायु सेना अपने परिवहन बेड़े को मजबूत करने के लिए चिनूक हेलीकॉप्टरों का उपयोग करती है, जिन्हें हाल ही में बोइंग से अधिग्रहित किया गया है। चिनूक एक उन्नत बहु-मिशन हेलीकॉप्टर है जो उच्च हिमालय में संचालन के लिए उपयोग किए जाने वाले भारी पेलोड को उच्च ऊंचाई तक पहुंचा सकता है।
  • IAF के परिवहन बेड़े में C17 ग्लोबमास्टर, IL-76 और An-32 विमान भी हैं। हालाँकि ये फिक्स्ड-विंग विमान हैं।

आखिर इतना एडवांस हेलिकॉप्टर दुर्घटना ग्रस्त कैसे हुआ? यह  भारत और रूस के बीच हुए हेलिहॉर्टर सौदे पर एक बड़ा सवाल खड़ा करता है।

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