डेटा संरक्षण को लेकर भारत को मध्य मार्ग अपनाने की जरूरत : नीति आयोग

By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Jan 10, 2019

नयी दिल्ली। नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार ने बुधवार को डेटा संरक्षण को लेकर मध्य मार्ग अपनाने की वकालत की। उन्होंने कहा कि ‘डेटा को लेकर राष्ट्रवाद’ वैश्विक नवप्रवर्तन के खिलाफ जा सकता है। उन्होंने कहा कि तेज वृद्धि के लिए डेटा बहुत आवश्यक होता है।

इसे भी पढ़ें- सरकार का दूरसंचार ढांचे, सेवाओं पर खर्च छह गुना बढ़कर 60,000 करोड़ रुपये

‘रायसीन डायलॉग 2019’ के दौरान कुमार ने कहा, “मेरे ख्याल से एक मध्य मार्ग भी है, जो डेटा संरक्षण के विपरीत डिजिटल सहयोग से जुड़ा है।” कुमार ने कहा कि आने वाले समय में भारत में सबसे अधिक डेटा का सृजन होगा।

इसे भी पढ़ें- आंध्र प्रदेश सरकार ने अडाणी समूह के साथ किया 70,000 करोड़ डाटा सेंटर समझोता

उन्होंने कहा, “यहां डेटा राष्ट्रवाद जैसा कुछ हो रहा है और डेटा राष्ट्रवाद डिजिटल अर्थव्यवस्था की वैश्विक वृद्धि के खिलाफ जा सकता है।” उल्लेखनीय है कि भारत डेटा संरक्षण पर कानून लाने की प्रक्रिया में है और न्यायमूर्ति बी एन श्रीकृष्णा की अध्यक्षता वाली एक उच्चस्तरीय समिति ने निजी डेटा संरक्षण कानून का मसौदा तैयार किया है।

प्रमुख खबरें

SRH vs LSG: लखनऊ के खिलाफ सनराइजर्स हैदराबाद ने 58 गेंदों में चेज किया 166 रनों का टारगेट, ट्रेविस हेड और अभिषेक शर्मा की बेहतरीन पारी

Aurangabad और Osmanabad का नाम बदलने पर अदालत के फैसले का मुख्यमंत्री Shinde ने किया स्वागत

तीन साल में पहली बार घरेलू प्रतियोगिता में भाग लेंगे Neeraj Chopra, Bhubaneswar में होगा आयोजन

Israel ने Gaza में मानवीय सहायता पहुंचाने के लिए एक अहम क्रॉसिंग को फिर से खोला