By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Mar 15, 2017
सरकार ने आज लोकसभा में कहा कि 2015-16 में संयुक्त राष्ट्र में भारत का योगदान इससे पिछले वित्तीय वर्ष की तुलना में 55 प्रतिशत बढ़कर 244 करोड़ पहुंच गया। लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने बताया कि सरकार ने संयुक्त राष्ट्र की एजेंसियों समेत अंतरराष्ट्रीय संगठनों को पिछले वित्त वर्ष में 22 करोड़ रुपये का स्वैच्छिक योगदान दिया है। साल 2014-15 में संयुक्त राष्ट्र को 157 करोड़ रुपये का योगदान दिया गया था जो 2015-16 में 244 करोड़ हो गया।
इसी संबंध में पूछे गये प्रश्न के उत्तर में विदेश राज्य मंत्री वीके सिंह ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र के प्रत्येक सदस्य देश को संरा के नियमित और शांतिरक्षण बजट में योगदान देना होता है। इसका आकलन सदस्य देश की ‘योगदान की क्षमता’ के आधार पर किया जाता है। उन्होंने कहा कि ‘योगदान की क्षमता’ एक फॉर्मूले के आधार पर निकाली जाती है। इसमें देश की सकल राष्ट्रीय आय, वैश्विक राष्ट्रीय आय, देश की प्रति व्यक्ति आय आदि कारकों को देखा जाता है।