By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Jul 04, 2019
नयी दिल्ली। सरकार को 2021 तक देश का इस्पात उत्पादन 12.86 करोड़ टन वार्षिक तक पहुंचने का अनुमान है। आर्थिक समीक्षा 2018-19 के अनुसार बुनियादी ढांचा, निर्माण और वाहन क्षेत्रों में निवेश की बदौलत 2023 तक इसका उपभोग भी 14 करोड़ टन वार्षिक तक पहुंचने की उम्मीद है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बृहस्पतिवार को संसद में आर्थिक समीक्षा 2018-19 पेश की। समीक्षा में कहा गया है कि देश का कच्चा इस्पात उत्पादन 2018-19 में 10.65 करोड़ टन रहा। यह 2017-18 के 10.31 करोड़ टन के मुकाबले 3.3 प्रतिशत अधिक है।
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समीक्षा के अनुसार देश में प्रति व्यक्ति इस्पात की खपत वर्तमान में मात्र 69 किलोग्राम है जबकि इसका वैश्विक औसत 214 किलोग्राम है। समीक्षानुसार 2021 तक देश का इस्पात उत्पादन 12.86 करोड़ टन होने और 2023 तक उपभोग 14 करोड़ टन वार्षिक होने की उम्मीद है। राष्ट्रीय इस्पात नीति 2017 के अनुसार सरकार ने 2030 तक देश की इस्पात उत्पादन क्षमता बढ़ाकर 30 करो़ टन करने और उत्पादन 25.5 करोड़ टन करने का लक्ष्य रखा है। वहीं सरकार ने 2030 तक प्रति व्यक्ति 160 किलोग्राम इस्पात खपत का लक्ष्य तय किया है।