By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Nov 11, 2018
नयी दिल्ली। इन्फोसिस साइंस फाउंडेशन (आईएसएफ) के अध्यक्ष के दिनेश का कहना है कि भारत को वैज्ञानिक अनुसंधान के क्षेत्र में अधिक निवेश करने की आवश्यकता है क्योंकि देश अनुसंधान और विकास को बढ़ावा देने में चीन जैसी बढ़ती अर्थव्यवस्था से पीछे है। दिनेश ने पीटीआई भाषा से बातचीत में कहा कि भारत में अनुसंधान संस्थाएं ऐसी प्रक्रियाओं को अंगीकार करने में देरी करती हैं जो अन्य देशों में काफी प्रभावी साबित हुई हैं।
इससे ज्ञान की प्रक्रिया बाधित होती है। उन्होंने हालांकि कोष की कमी को भारत में वैज्ञानिक अनुसंधान की राह में सबसे बड़ा रोड़ा बताया। यूनेस्को के इंस्टीट्यूट ऑफ स्टैटिस्टिक्स डाटा के अनुसार, 10 लाख शोधकर्ताओं में से, भारत में केवल 156 शोधकर्ता हैं और देश अनुसंधान एवं विकास (आरएडंडी) के क्षेत्र में अपनी जीडीपी का 0.8 फीसदी खर्च करता है। जबकि इजरायल और दक्षिण कोरिया जैसे देश अपनी जीडीपी का क्रमश: 4.2 और 4.3 फीसदी शोध के क्षेत्र में खर्च करते हैं।