CAPA India का बयान, अगले वित्त वर्ष में भी घाटे में रहेगा भारतीय विमानन उद्योग

By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Jan 05, 2021

नयी दिल्ली। भारतीय विमानन उद्योग अगले वित्त वर्ष 2021-22 में भी घाटे में रहेगा और इंडिगो एयरलाइन कोविड-19 महामारी से अपने प्रतिद्वंद्वियों की तुलना में अधिक मजबूत होकर उभरेगी। विमानन क्षेत्र की सलाहकार कंपनी कापा (सीएपीए) इंडिया की रिपोर्ट में यह अनुमान लगाया गया है। कापा इंडिया की 2021 की शीर्ष दस प्रवृत्तियों पर रिपोर्ट में कहा गया है, ‘‘एयरलाइंस को अपने बिना परिचालन के खड़े बेड़े की लागत का बड़ा बोझ उठाना होगा। विशेषरूप उन विमानों पर जो पूर्व में अंतरराष्ट्रीय उड़ानों का परिचालन कर रहे थे।’’

इसे भी पढ़ें: ग्लोबल शेयर बाजार में नरमी के कारण सेंसेक्स और निफ्टी भी फिसले, RIL में भी आई गिरावट

रिपोर्ट में कहा गया है कि अगले वित्त वर्ष में एयरलाइन कंपनियों का राजस्व तो दबाव में रहेगा ही, चालू वित्त वर्ष की तुलना में उनकी लागत में भी उल्लेखनीय इजाफा होगा। रिपोर्ट में कहा गया है कि अगले वित्त वर्ष में ब्रेंट कच्चा तेल औसतन 50 से 60 डॉलर प्रति बैरल रहेगा। इस दौरान डॉलर-रुपये की विनिमय दर 73 से 75 रहेगी। तेल कीमतें और विनिमय दर किसी एयरलाइन की परिचालन की लागत पर सबसे अधिक प्रभाव डालती हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि भारतीय विमानन क्षेत्र में एकीकरण तय है। ऐसे में निकट से मध्यम अवधि में ‘दो-तीन एयरलाइन की प्रणाली’ बन सकती है। रिपोर्ट में कहा गया है कि अपने मजबूत बही-खाते की वजह से इंडिगो कोविड-19 महामारी से अपने प्रतिद्वंद्वियों की तुलना में अधिक मजबूत होकर उभरेगी।

प्रमुख खबरें

भारत में अगले पांच से 10 साल में दोगुना हो जाएगी जस्ता की मांग

IPL प्रसारक पर भड़के Rohit Sharma, कहा व्यूज के चक्कर में खिलाडियों की निजता का कर रहे है उल्लंघन

Uttar Pradesh । नशे में धुत युवक ने फावड़े से वार कर पत्नी को उतारा मौत के घाट

Varanasi के विकास कामों को देखकर पर्यटक आश्चर्यचकित, Modi और Yogi सरकार की तारीफ की