By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | May 27, 2022
सिंह ने कहा, ‘‘आज भारतीय नौसेना की गिनती दुनिया की अग्रिम पंक्ति की नौसेनाओं में होती है और दुनिया की बड़ी समुद्री सेनाएं भारत के साथ सहयोग के लिए तैयार हैं। भारतीय नौसेना द्वारा की जा रही तैयारी किसी के खिलाफ नहीं है, बल्कि इसका उद्देश्य हिंद महासागर क्षेत्र में शांति और समृद्धि बनाये रखना है।’’ रक्षा मंत्री ने यहां मीडिया से बातचीत के दौरान कहा, ‘भारतीय नौसेना की तैयारियां आक्रामकता के लिए उकसाने वाली कार्रवाई न होकर हिंद महासागर क्षेत्र के लोगों के लिए सुरक्षा की एक गारंटी देने की कोशिश है।’’ उन्होंने कहा कि आईएनएस खंडेरी ‘मेक-इन-इंडिया’ क्षमताओं का सबसे अच्छा उदाहरण है।
उन्होंने कहा कि भारतीय नौसेना के लिए 41 जहाजों या पनडुब्बियों के लिए दिए गए ऑर्डर में से 39 भारतीय शिपयार्ड में बनाए जा रहे हैं।’’ सिंह ने कहा, ‘‘इस वर्ष जब हम अपनी स्वतंत्रता का अमृत महोत्सव मना रहे हैं, स्वदेशी विमानवाहक पोत ‘आईएनएस विक्रांत’ भारतीय नौसेना में शामिल होने के लिए तैयार हो रहा है। मुझे विश्वास है कि ‘आईएनएस विक्रांत’ ‘विक्रमादित्य’ के साथ मिलकर भारत की समुद्री सुरक्षा को एक बड़ी ताकत प्रदान करेगा।