उन्होंने कहा ,‘‘ अर्जेंटीना में जिस तरह से भारतीय टीम खेली, हालांकि दुनिया की दूसरे नंबर की टीम को नहीं हरा सकी लेकिन आत्मविश्वास देखने लायक था। मैने भारतीय टीम को किसी टीम के खिलाफ उसके घरेलू मैदान पर ऐसे खेलते नहीं देखा।’ भारत के लिये 1992 से एक दशक से अधिक के अपने अंतरराष्ट्रीय कैरियर में 2002 राष्ट्रमंडल खेल और 2004 एशिया कप में स्वर्ण जीतने वाली टीम का हिस्सा रही हेलन ने कहा कि अब काफी व्यवस्थित और वैज्ञानिक तरीके से तैयारी होती है। उन्होंने कहा ,‘‘ हमारे समय में और आज के समय में काफी फर्क है। अब वैज्ञानिक तरीके से सब कुछ होता है और टीम के पास बड़ा सहयोगी स्टाफ है। फिटनेस, खुराक और कार्यभार सभी पहलुओं का ध्यान रखा जाता है। हर रणनीति पहले से तय होती है।