ग्राफिक डिजाइन के क्षेत्र में मौजूद हैं असीम संभावनाएँ

By मिताली जैन | Aug 30, 2016

यदि आपकी ड्राइंग अच्छी है, और आप कुछ हटकर सोच रखते हैं तो आप अपनी सोच को ग्राफिक के जरिए न सिर्फ व्यक्त कर सकते हैं, बल्कि इससे अपना एक बेहतर भविष्य भी बना सकते हैं। पिछले कुछ समय में जिस प्रकार मीडिया व वेब का विस्तार हुआ है, उसे देखते हुए इस क्षेत्र में काम की कोई कमी नहीं है। एक अच्छा ग्राफिक डिजाइनर न सिर्फ देश में बल्कि विदेशों में भी अपने कॅरियर के नए आयाम खोज सकता है।

 

क्या होता है काम

एक ग्राफिक डिजाइनर का मुख्य काम शब्दों, इमेज व ग्राफिक डिजाइन के जरिए अपने आईडिया को बेहतरीन तरीके से पेश करना होता है। वह बेहद कम लेकिन प्रभावित करने वाले शब्दों का इस्तेमाल करके अपने संदेश को जनता तक पंहुचाता है। एक ग्राफिक डिजाइनर अखबारों, मैगजीन, कॉरपोरेट रिपोर्टस, जर्नल्स और अन्य पब्लिकेशन के लिए ग्राफिक डिजाइंस क्रिएट करता है। उनका मुख्य काम अपने टारगेट ऑडियंस को ध्यान में रखते हुए ऐसे ग्राफिक डिजाइन बनाना होता है, जो उस कैटेगरी की जनता को प्रभावित करे।

 

स्किल्स
इस क्षेत्र में सफलता प्राप्त करने के लिए आपका रचनात्मक होना बेहद आवश्यक है। आपकी रचनात्मकता ही इस क्षेत्र में आपको आगे लेकर जाती है। इस क्षेत्र में आने के लिए संवेदनशीलता, कल्पनाशीलता एवं किसी चीज को बारीकी से देखने की समझ होनी चाहिए। लंबे समय तक एकाग्रचित होकर काम करने की क्षमता भी होनी चाहिए। आपका धैर्य व कड़ी मेहनत आपके काम को निखारने का काम करती है। एक ग्राफिक डिजाइनर को टेक्निकल जानकारी के साथ कम्प्यूटर व डिजाइन स्किल तथा अपने ग्राफ्रिक से दर्शकों को खींचने की क्षमता भी होनी चाहिए। साथ ही आपको डेडलाइंस पर काम करना भी आना चाहिए। एक ग्राफिक डिजाइनर अगर बेहद प्रेशर में भी काम कर सकता है, तभी वह सफल हो सकता है। आपके अंदर मार्केट ट्रेंड को देखते हुए खुद से कुछ नए आईडिया को जनरेट करने की क्षमता भी होनी चाहिए।

 

योग्यता
बारहवीं के पश्चात् ग्राफिक डिजाइन या फाइन आर्टस में बैचलर्स डिग्री प्राप्त करके आप इस क्षेत्र में कदम रख सकते हैं। इस बैचलर डिग्री की अवधि करीबन तीन साल होती है। वैसे अगर आप चाहें तो एक वर्ष का विजुअल कम्युनिकेशन डिप्लोमा करके भी यहां पर कॅरियर की संभावनाएं तलाश सकते हैं। वैसे कुछ संस्थान दो वर्ष का कोर्स भी कराते हैं।

 

संभावनाएं
ग्राफिक डिजाइनर बनने का एक सबसे बड़ा लाभ यह है कि अगर आप अपने काम में माहिर हैं तो सिर्फ भारत में ही नहीं, आप विदेशों में भी कॅरियर की संभावनाएं तलाश सकते हैं। एक ग्राफिक डिजाइनर विभिन्न मीडिया संस्थानों से लेकर पैकेजिंग, फिल्म व एनिमेशन, एड एजेंसी, मार्केटिंग फर्म्स, डिजाइन स्टूडियो, एजुकेशनल संस्थानों, ऑडियो−विजुअल मीडिया, पब्लिशर्स आदि के यहां काम की तलाश कर सकते हैं। आप चाहें तो घर से भी बतौर फ्रीलांस ग्राफिक डिजाइनर काम कर सकते हैं। वैसे कुछ बड़े बिजनेस प्रोजेक्ट्स के लिए भी ग्राफिक डिजाइनर्स की आवश्यकता पड़ती है। आप चाहें तो वहां पर भी अपनी सेवाएं दे सकते हैं।

 

आमदनी
एक ग्राफिक डिजाइनर की आमदनी उसके अनुभव, रिस्पॉन्सिबिलिटी व ट्रेनिंग पर निर्भर करती है। वैसे एक फ्रेशर शुरूआती दौर में, 7000 से 10000 रुपए आसानी से कमा सकता है। इस क्षेत्र में जैसे−जैसे आपका अनुभव बढ़ता जाता है, आपकी आमदनी भी बढ़ती जाती है।

 

प्रमुख संस्थान
दिल्ली यूनिवर्सिटी, दिल्ली।
सर जेजे इंस्टीट्यूट ऑफ अप्लाइड आट्र्स, मुंबई।
गवर्नमेंट फाइन आर्ट्स इंस्टीट्यूट, इंदौर, मध्यप्रदेश।
जेमिनी एनिमेशन, नई दिल्ली।
माया एकेडमी ऑफ एडवांस्ड सिनेमेटिक्स, मुंबई।
पावयट एनिमेशन, चेन्नई।
केल्टरॉन एनिमेशन कैम्पस, केरल।
एक्सप्लोरा डिजाइन स्कूल, विभिन्न केन्द्र।
बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय, बनारस।

 

- मिताली जैन

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