By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Apr 27, 2016
वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) और बुनियादी ढांचा कोष की भारी कमी पूरी करना भारत सरकार के लिए बेहद मुश्किल काम है। यह बात आज मूडीज इन्वेस्टर सर्विस ने कही। इस रपट में मूडीज ने कहा कि दहाई अंक के मुद्रास्फीति के इतिहास, बढ़ते सरकारी ऋण, कमजोर बुनियादी ढांचे और जटिल नियामकीय प्रणाली के कारण भारत की वित्तीय साख प्रभावित है।
रपट में कहा गया, ‘‘हमें यह भी आशंका है कि सरकार के नीतिगत एजेंडे के कुछ आयाम, मसलन जीएसटी का कार्यान्वयन और भारत के बुनियादी ढांचे में वित्तपोषण की कमी पूरी करना के संबंध में मुश्किलें हैं।’’ मूडीज ने हालांकि कहा कि आरबीआई के मुद्रास्फीति लक्ष्य निर्धारण से जुड़े निवेश की दिक्कतें दूर होना और बैंकों की बैलेंसशीट की सफाई की मौजूदा कोशिश से वृद्धि को प्रोत्साहन मिल सकता है।