By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Feb 24, 2023
ईरान के सरकारी टेलीविजन ने देश में 84 फीसदी शुद्धता वाले यूरेनियम के संवर्धन के अंतरराष्ट्रीय निरीक्षकों के आरोपों को खारिज करते हुए शुक्रवार को अपना बचाव किया और एक अधिकारी ने इस पूरे मामले को इस्लामिक देश के परमाणु कार्यक्रम को लेकर व्याप्त तनाव की पृष्ठभूमि में ईरान के खिलाफ साजिश बताया। ईरान के असैन्य परमाणु कार्यक्रम के प्रवक्ता बहरोज कमालवांदी ने उस शुद्धता (84 फीसदी) के स्तर पर यूरेनियम के किसी कण के मिलने को 60 फीसदी शुद्धता वाले यूरेनियम संवर्धन की प्रक्रिया का क्षणिक दुष्प्रभाव बताया।
ईरान पहले ही 60 फीसदी शुद्धता वाले यूरेनियम के संवर्धन की घोषणा कर चुका है। हालांकि, 84 फीसदी शुद्धता वाला यूरेनियम परमाणु हथियार में प्रयुक्त होने वाले संवर्धित यूरेनियम (90 फीसदी शुद्धता) के बेहद पास है... इससे तात्पर्य है कि इस यूरेनियम का उपयोग अगर ईरान चाहे तो परमाणु हथियार बनाने में कर सकता है।
ईरान हालांकि लंबे समय से कह रहा है कि उसकी यूरेनियम संवर्धन परियोजना असैन्य और शांतिपूर्ण उपयोग के लिए है, लेकिन अंतरराष्ट्रीय परमाणु उर्जा एजेंसी, वेस्टर्न इंटेलिजेंस एजेंसी और परमाणु अप्रसार संधि के विशेषज्ञों का कहना है कि ईरान 2003 तक गोपनीय रूप से परमाणु हथियार विकसित करने की योजना चला रहा था। यह आरोप कि आईएईए निरीक्षकों को 84 फीसदी संवर्धित यूरेनियम मिला है, ईरान और पश्चिमी देशों के बीच पहले से व्याप्त तनाव को और बढ़ा सकता है। इतना ही नहीं, इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने ईरान के खिलाफ सैन्य कार्रवाई की धमकी भी दी है।