By अभिनय आकाश | Jun 24, 2025
ईरान ने अमेरिकी सैन्य अड्डों पर बड़ा हमला किया। अमेरिकी हमलों का बदला लेते हुए ईरान ने 36 घंटों के भीतर पलटवार किया और सीरिया में अमेरिकी सेना के बेस को उड़ा दिया। बताया जा रहा है कि ईरान समर्थित लड़ाकों ने अमेरिकी बेस पर हमला किया है। ऐसे में कई एक्सपर्ट्स का मानना है कि ईरान अब पाकिस्तान में भी अमेरिकी प्रॉपर्टी पर हमला कर सकता है। इस खतरे के चलते पाकिस्तान में इतना हड़कंप मच गया है कि शहबाज शरीफ ने नेशनल सिक्योरिटी कमेटी की आपातकालीन बैठक बुला ली। आपको बता दें कि ईरान ने पहले ही कहा था कि इस इलाके में जो भी अमेरिका की मदद करेगा हम उसके खिलाफ बड़ा एक्शन लेंगे।
ईरान का ये बयान तब सामने आया जब कई मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया कि अमेरिका के बी2 बॉम्बर्स ने ईरान के परमाणु ठिकानों को उड़ाने के लिए पाकिस्तानी एयरस्पेस का इस्तेमाल किया था। इसके बाद बवाल तब मच गया जब पाकिस्तान में ईरान के राजदूत रेजा अमिरी मोगादम ने बयान दिया। उन्होंने कहा कि उनका देश इस क्षेत्र में अमेरिकी सुविधाओं और हितों को निशाना बना सकता है। इसका सीधा मतलब ये है कि इस पूरे इलाके में अमेरिका की जितनी भी प्रॉपर्टी है उसे निशाना बनाया जा सकता है। जिस इलाके की बाद ईरान के राजदूत कर रहे हैं उसमें पाकिस्तान भी आता है। यानी एक्सपर्ट्स के मुताबिक ईरान के निशाने पर अब पाकिस्तान भी है।
इजराइल के बीरशेबा शहर में ईरान के एक मिसाइल हमले से प्रभावित इमारत से दमकलकर्मियों ने चार लोगों के शव बरामद किए हैं। आपात सेवा अधिकारियों ने यह जानकारी दी। ईरान ने दक्षिणी इजराइल के सबसे बड़े शहर को सीधे सीधे निशाना बनाकर यह मिसाइल हमला किया था। कुछ दिन पहले ईरान के हमले में इसी शहर के अस्पताल को भारी नुकसान पहुंचा था। खोज और बचाव दल ने कहा कि उन्होंने बीरशेबा में एक इमारत से चार शवों को बरामद किया और अन्य लोगों की तलाश जारी है। इजराइल की सेना ने ईरान की ओर से देश को निशाना बनाकर किए गए मिसाइल हमलों को लेकर लोगों को सतर्क किया।
हालांकि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को घोषणा की थी कि इजराइल और ईरान ने पूर्ण संघर्षविराम पर सहमति व्यक्त की है। लेकिन दोनों ही देशों ने इस संबंध में कोई बयान जारी नहीं किया है। इजराइल पर ये हमले ईरान के स्थानीय समयानुसार सुबह चार बजे के बाद हुए और इसी दौरान ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अरागची ने कहा कि अगर इजराइल हवाई हमले बंद कर दे तो ईरान भी हवाई हमले रोक देगा।