By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Nov 02, 2019
तेहरान। ईरान के विदेश मंत्री मोहम्मद जावेद जरीफ ने शुक्रवार को कहा कि इस्लामी गणराज्य के खिलाफ नए अमेरिकी प्रतिबंध उसकी ईरान विरोधी नीति की “अधिकतम विफलता” को दर्शाते हैं। अमेरिका ने ईरान के निर्माण क्षेत्र पर गुरुवार को प्रतिबंधों का ऐलान किया था। वह इसे देश के रिवोल्यूशनरी गार्ड्स से जोड़ता है।
जरीफ ने ट्वीट किया कि निर्माण क्षेत्र में लगे कर्मचारियों को आर्थिक आतंकवाद से जोड़ना अमेरिका की ‘अधिकतम दबाव’ की नीति की अधिकतम विफलता को दर्शाता है। उन्होंने 2015 के परमाणु करार, संयुक्त समग्र कार्य योजना (जेसीपीओए) के संदर्भ में कहा, “खुद को और गहरे तक फंसने से बचाने के लिये अमेरिका को विफल नीतियों को त्यागकर वापस जेसीपीओए पर लौटना चाहिए।
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अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा पिछले साल परमाणु करार से अलग होने और अपने “अधिकतम दबाव” अभियान के तहत एकपक्षीय प्रतिबंध लगाने के बाद ईरान के साथ उसके तनाव में काफी इजाफा हो गया था। इसके बाद ईरान कई बार परमाणु करार के अनुपालन की शर्तों का उल्लंघन कर अपना विरोध जता चुका है। उसने चेतावनी दी थी कि इस करार में शामिल अन्य पक्ष- ब्रिटेन, चीन, फ्रांस, जर्मनी और रूस- अगर अमेरिकी प्रतिबंधों को पलटवाने में कामयाब नहीं होते हैं तो वह करार की शर्तों के उल्लंघन में और आगे बढ़ सकता है।