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जयशंकर ईरानी विदेश मंत्री जवाद जरीफ से मिले, एक महीने के भीतर दूसरी मुलाकात
- प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क
- अक्टूबर 24, 2019 09:43
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न्यूयॉर्क में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी से मुलाकात की थी और उन्हें फारस की खाड़ी में शांति और सुरक्षा बनाए रखने के लिए राजनयिक संवाद और विश्वास निर्माण को प्राथमिकता देने के भारत के समर्थन की पुष्टि की थी।
बाकू (अज़रबैजान)। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने यहां गुट निरपेक्ष आंदोलन (एनएएम) की मंत्री स्तरीय बैठक के दौरान अलग से अपने ईरानी समकक्ष जवाद ज़रीफ से बुधवार को मुलाकात की और दोनों नेताओं ने परस्पर और क्षेत्रीय हित के मुद्दों पर चर्चा की। जयशंकर ने ट्वीट किया कि गुट निरपेक्ष आंदोलन की मंत्री स्तरीय बैठक शुरू होने से पहले ईरानी विदेशी मंत्री ज़रीफ से मुलाकात की। एक महीने के अंदर यह उनकी दूसरी मुलाकात है। उनकी पिछले महीने न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा के दौरान भेंट हुई थी।
Catching up with Iranian Foreign Minister @JZarif before the #NAM Ministerial begins. pic.twitter.com/ktYgG0ENaI
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) October 23, 2019
न्यूयॉर्क में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी से मुलाकात की थी और उन्हें फारस की खाड़ी में शांति और सुरक्षा बनाए रखने के लिए राजनयिक संवाद और विश्वास निर्माण को प्राथमिकता देने के भारत के समर्थन की पुष्टि की थी। भारत दुनिया में कच्चे तेल का तीसरा सबसे बड़ा उपभोक्ता है और तेल संबंधी अपनी जरूरतों का 80 फीसदी से ज्यादा हिस्सा आयात करता है। इराक और सऊदी अरब के बाद ईरान हाल तक तीसरा सबसे बड़ा तेल निर्यातक था।
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जयशंकर ने अफगानिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार हमदुल्ला मोहिब से भी मुलाकात की और अफगानिस्तान के समक्ष चुनौतियों पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने यमन के विदेश मंत्री मोहम्मद ए अल-हज़रमी से भी मुलाकात की। उन्होंने ट्वीट किया कि यमन के विदेश मंत्री के साथ अच्छी भेंट हुई। द्विपक्षीय सहयोग पर ध्यान केंद्रित किया गया। जयशंकर ने मलेशिया के अपने समकक्ष सैफुद्दीन अब्दुल्ला से भी लंबित मुद्दों पर बातचीत की। उन्होंने म्यामां के अंतरराष्ट्रीय सहयोग मंत्री यू क्याव तिन से भी भेंट की और जारी सहयोग के साथ ही द्विपक्षीय एवं क्षेत्रीय मुद्दों की समीक्षा की।
भारत-चीन विवाद: संरा प्रमुख ने जताई उम्मीद, बोले- बातचीत के जरिए कम होगा तनाव
- प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क
- जनवरी 26, 2021 11:22
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भारत और चीनी सैनिकों के बीच 20 जनवरी को उत्तरी सिक्किम के ऊंचाई वाले नाकू ला इलाके में झड़प हुई हो गई थी। भारतीय सेना ने इसे ‘‘मामूली तनातनी’’ बताया था।
संयुक्त राष्ट्र। भारत और चीन के सैनिकों के बीच सिक्किम की सीमा पर हाल ही में हुई झड़प के बीच संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने उम्मीद जतायी है कि दोनों देशों में उत्पन्न तनाव को बातचीत के जरिये कम किया जाएगा। एक प्रवक्ता ने यह जानकारी दी। गौरतलब है कि भारत और चीनी सैनिकों के बीच 20 जनवरी को उत्तरी सिक्किम के ऊंचाई वाले नाकू ला इलाके में झड़प हुई हो गई थी। भारतीय सेना ने इसे ‘‘मामूली तनातनी’’ बताया था।
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भारतीय सेना ने एक बयान में कहा था कि इसे निर्धारित दिशा-निर्देशों के तहत स्थानीय कमांडरों द्वारा सुलझा लिया गया। संयक्त राष्ट्र प्रमुख के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने सोमवार को दैनिक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘ हम उम्मीद करते हैं कि सीमा पर जारी तनाव बातचीत के जरिए कम हो जाए।’’ दुजारिक से पूछा गया था कि क्या ‘‘भारत-चीन सीमा पर हुई हालिया झड़प’’ पर संयुक्त राष्ट्र सचिव या महासचिव कोई टिप्पणी करना चाहते हैं।
बाइडेन ने जर्मनी की चांसलर मर्केल से की बात, अटलांटिक पार गठबंधन को पुनर्जीवित करने की जताई इच्छा
- प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क
- जनवरी 26, 2021 10:43
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बयान में कहा गया है कि देशों के बीच रिश्तों को गहरा करने की इच्छा जताते हुए बाइडेन ने सामूहिक सुरक्षा और साझे लोकतांत्रिक मूल्यों के आधार पर अटलांटिक पार गठबंधन को पुनर्जीवित करने का अपना इरादा व्यक्त किया।
वाशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने जर्मनी की चांसलर से सोमवार को फोन पर बात की और अटलांटिक पार गठबंधन को पुनर्जीवित करने की अपनी इच्छा जाहिर की। व्हाइट हाउस की ओर से जारी एक बयान में बताया गया है कि दोनों नेता विदेश नीति की समान प्राथमिकताओं पर साथ मिलकर काम करने को सहमत हुए हैं जिसमें अफगानिस्तान, चीन, ईरान, रूस, यूक्रेन और पश्चिमी बलकान से जुड़े मुद्दे शामिल हैं। बयान के मुताबिक, फोन पर बातचीत के दौरान दोनों नेता वैश्विक सहयोग की अहमियत पर सहमत हुए जिसमें बहुपक्षीय संगठनों के लिए अमेरिका द्वारा फिर से जताई गई प्रतिबद्धता, जलवायु परिवर्तन से निपटना, कोविड-19 को नियंत्रित करना, स्वास्थ्य सुरक्षा को बढ़ाना और स्थायी वैश्विक आर्थिक सुधार का लक्ष्य शामिल है।
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बयान में कहा गया है कि देशों के बीच रिश्तों को गहरा करने की इच्छा जताते हुए बाइडेन ने सामूहिक सुरक्षा और साझे लोकतांत्रिक मूल्यों के आधार पर अटलांटिक पार गठबंधन को पुनर्जीवित करने का अपना इरादा व्यक्त किया। बीस जनवरी को राष्ट्रपति पद की शपथ लेने के बाद यह पांचवीं बार है जब बाइडेन ने किसी विदेशी नेता को फोन किया हो। इससे पहले, उन्होंने कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडू, मेक्सिको के राष्ट्रपतिएंद्रेस मैनुएल लोपेज़ ओब्रादोर, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन और फ्रांस के राष्ट्रपति एमैनुएल मैंक्रों से फोन पर बात की थी।
अमेरिका की पहली महिला वित्त मंत्री होंगी जेनेटे येलन, फेडरल रिजर्व की रह चुकी हैं पूर्व अध्यक्ष
- प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क
- जनवरी 26, 2021 09:48
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सीनेट की 100 सीटों में से डेमोक्रेट और रिपब्लिकन पार्टियों के पास 50-50 सीटें हैं। उप राष्ट्रपति कमला हैरिस संसद के इस उच्च सदन की अध्यक्ष हैं और उनका वोट यहां डेमोक्रेट्स को बढ़त प्रदान करता है।
अमेरिकी सीनेट ने विख्यात अर्थशास्त्री जेनेट येलेन के अमेरिका की पहली महिला वित्त मंत्री बनने का रास्ता साफ कर दिया। सीनेट में सोमवार को पुष्टि की सुनवाई के दौरान येलेन के समर्थन में 84 तथा विरोध में 15 वोट पड़े। सीनेट की 100 सीटों में से डेमोक्रेट और रिपब्लिकन पार्टियों के पास 50-50 सीटें हैं। उप राष्ट्रपति कमला हैरिस संसद के इस उच्च सदन की अध्यक्ष हैं और उनका वोट यहां डेमोक्रेट्स को बढ़त प्रदान करता है।
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येलेन फेडरल रिजर्व की पूर्व अध्यक्ष रही हैं। उनके जल्द ही शपथ लेने की संभावना है। वह राष्ट्रपति जो बाइडेन के कैबिनेट की ऐसी तीसरी मंत्री हैं, जिनके नाम की पुष्टि सीनेट अब तक कर चुका है। अमेरिका के विदेश मंत्री पद के लिए नामित टॉनी ब्लिंकेन के नाम पर भी सीनेट की मोहर जल्द ही लगने की संभावना है।

