Israel Strikes Iran Nuclear Plant | इजराइली हमले में ईरानी सशस्त्र बलों के चीफ ऑफ स्टाफ जनरल मोहम्मद बाघेरी भी मारे गए

By रेनू तिवारी | Jun 13, 2025

इजराइली हवाई हमले में ईरान के सशस्त्र बलों के चीफ ऑफ स्टाफ जनरल मोहम्मद बाघेरी मारे गए। ईरान के सरकारी टेलीविजन ने अपनी एक खबर में शुक्रवार को यह जानकारी दी। बाघेरी ईरान के अर्धसैनिक बल ‘रिवोल्यूशनरी गार्ड’ के पूर्व शीर्ष कमांडर थे। सरकारी टीवी की रिपोर्ट में कोई और विवरण नहीं दिया गया। शुक्रवार को इजराइली हमलों में ईरान में कई सैन्य अधिकारी और वैज्ञानिक मारे गए हैं।

इजराइल ने शुक्रवार सुबह ईरान की राजधानी पर हमला कर दिया और देश के परमाणु कार्यक्रम को निशाना बनाया जिसके बाद पश्चिम एशिया के दो कट्टर विरोधियों के बीच एक व्यापक युद्ध की आशंका तेज हो गई है। इसे 1980 के दशक में इराक के साथ युद्ध के बाद ईरान पर सबसे बड़ा हमला माना जा रहा है। इजराइल ने ईरान के मुख्य परमाणु संवर्धन केंद्र को भी निशाना बनाया और हमले के बाद वहां से काला धुआं हवा में उठता देखा गया।

इजराइल के हमले में ईरान के अर्द्धसैनिक बल ‘रिवोल्यूशनरी गार्ड’ के प्रमुख जनरल हुसैन सलामी की मौत हो गई। देश के सरकारी टेलीविजन ने अपनी खबर में यह जानकारी दी। माना जा रहा है कि इन हमलों में शीर्ष सैन्य अधिकारी और वैज्ञानिक भी मारे गए हैं। यह हमला ईरान के तेजी से बढ़ते परमाणु कार्यक्रम को लेकर बढ़ते तनाव के बीच हुआ है। ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामनेई ने हमले के बाद कहा कि इजराइल को कड़ी सजा दी जाएगी।

इसे भी पढ़ें: अपीलीय अदालत ने कैलिफोर्निया से ‘नेशनल गार्ड’ को हटाने के न्यायाधीश के फैसले पर अस्थायी रोक लगाई

वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रशासन ने कहा कि इन हमलों में उसका कोई हाथ नहीं है, साथ ही उसने अमेरिकी हितों या कर्मियों को निशाना बनाकर किसी भी प्रकार की कार्रवाई किए जाने के प्रति चेतावनी दी है। ईरान के परमाणु संवर्धन कार्यक्रम पर रोक लगाने के लिए लगातार की जा रही वार्ता का कोई नतीजा नहीं निकलने पर अमेरिका ने इजराइल से संयम बरतने की अपील की थी।

इजराइली नेताओं ने इस हमले को राष्ट्र के अस्तित्व की लड़ाई बताया और कहा कि इस बात का खतरा था कि ईरान परमाणु बम बना सकता है और इस आसन्न खतरे को रोकने के लिए यह हमला आवश्यक था। हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं है कि ईरान इस लक्ष्य को प्राप्त करने के कितने करीब है या क्या ईरान वास्तव में निकट भविष्य में हमला करने की योजना बना रहा था।

इजराइल ने ईरान को परमाणु हथियार बनाने से रोकने के उद्देश्य से ‘ऑपरेशन राइजिंग लॉयन’ प्रारंभ करने की घोषणा की, साथ ही इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने शुक्रवार को दावा किया कि नतांज स्थित ईरान के मुख्य संवर्धन केंद्र सहित अन्य ठिकानों पर हमला किया गया है। नेतन्याहू ने शुक्रवार सुबह एक वीडियो संदेश में कहा, ‘‘ कुछ ही समय पहले इजराइल ने ‘ऑपरेशन राइजिंग लॉयन’ शुरू किया है जो इजराइल के अस्तित्व के लिए ईरानी खतरे को खत्म करने के वास्ते एक लक्षित सैन्य अभियान है। खतरे के समाप्त होने तक यह अभियान जारी रहेगा।’’

इसे भी पढ़ें: Piyush Goyal Birthday: व्यवहार और कार्यशैली को लेकर विरोधियों के बीच भी लोकप्रिय हैं पीयूष गोयल, आज मना रहे 61वां जन्मदिन

 

नेतन्याहू ने कहा, ‘‘हाल के महीनों में ईरान ने ऐसे कदम उठाए हैं जो उसने पहले कभी नहीं उठाए। जैसे संवर्धित यूरेनियम से हथियार बनाने का कदम, और अगर इसे नहीं रोका गया तो ईरान बहुत कम समय में परमाणु हथियार बना सकता है। यह एक साल में हो सकता है, यह कुछ महीनों में हो सकता है, या एक साल से भी कम समय में हो सकता है। यह इजराइल के अस्तित्व के लिए एक स्पष्ट खतरा है।’’ उधर ईरान की समाचार एजेंसी ‘इरना’ ने खामनेई के हवाले से एक बयान जारी किया। इसमें पुष्टि की गई कि हमले में शीर्ष सैन्य अधिकारी और वैज्ञानिक मारे गए हैं।

इसमें कहा गया, ‘‘इजराइल ने आवासीय केन्द्रों पर हमला करके अपनी दुर्भावनापूर्ण प्रकृति उजागर कर दी है।’’ इजराइल ने ईरान की राजधानी में कई जगहों पर हमला किया। नेतन्याहू ने कहा कि परमाणु और सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया गया। इसके अलावा ईरान के परमाणु कार्यक्रम और उसके बैलिस्टिक मिसाइल शस्त्रागार का नेतृत्व करने वाले अधिकारियों को भी निशाना बनाया गया।


प्रमुख खबरें

बांग्लादेश में अशांति, थरूर बोले- भय के माहौल में नहीं हो सकते चुनाव; भारत भी चिंतित

ईसाई समुदाय से पीएम मोदी का निरंतर जुड़ाव, क्रिसमस प्रार्थना में शामिल होकर दिया एकता का संदेश

Tulsi Pujan Diwas: एक बार तुलसी जी भगवान विष्णु से दूर चली गईं, तो कैसे श्रीहरि ने उन्हें मनाया

हां, हमें विश्वास है : हरमनप्रीत सिंह का बड़ा दावा, भारत जीतेगा ओलंपिक गोल्ड!