By अंकित सिंह | Apr 26, 2022
पिछले एक-दो सालों में देखें तो कांग्रेस के लिए सब कुछ अच्छा नहीं चल रहा है। कांग्रेस में जी-23 नेताओं का एक समूह भी है जो कि आलाकमान से नाराज बताया जाता है। इन सबके बीच कांग्रेस की ओर से चिंतन शिविर का आयोजन किया जा रहा है। चिंतन शिविर के अलग-अलग पैनलों में जी-23 इसके नेताओं को तरहीज दी गई है। इन सब के बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता तथा पंजाब के आनंदपुर साहिब से सांसद मनीष तिवारी ने बड़ा बयान दिया है। मनीष तिवारी ने साफ तौर पर कहा है कि वह पार्टी से नाराज नहीं हैं और हमेशा भारत के बहुलवादी विचारधारा में विश्वास करते हैं और साथ ही साथ पार्टी के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। दरअसल मनीष तिवारी भी जी-23 के सदस्य बताए जाते हैं जिन्होंने आलाकमान को पत्र लिखकर पार्टी में कई बड़े बदलाव की मांग की थी।
कांग्रेस ने राजनीति, सामाजिक न्याय एवं सशक्तीकरण, अर्थव्यवस्था, संगठन, किसान एवं कृषि तथा युवा एवं सशक्तीकरण से संबंधित समन्वय समितियां गठित की हैं। राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे राजनीतिक मामलों की समन्वय समिति के संयोजक होंगे। कांग्रेस के ‘जी 23’ के प्रमुख सदस्य गुलाम नबी आजाद एवं शशि थरूर, महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण, लोकसभा सदस्य उत्तम कुमार रेड्डी, गौरव गोगोई, सप्तगिरी उलका, पार्टी प्रवक्ता पवन खेड़ा और रागिनी नायक भी इस समिति में शामिल हैं।