By एकता | Jul 30, 2025
ब्रेकअप का दर्द असहनीय हो सकता है, ऐसा लगता है जैसे जिंदगी थम सी गई हो और आगे बढने की सारी उम्मीदें खत्म हो गई हों। यह सच है कि किसी खास इंसान का जाना एक गहरा जख्म दे जाता है, लेकिन याद रखें, एक व्यक्ति के चले जाने से आपकी पूरी जिंदगी खत्म नहीं होती। जैसे हर इंसान एक नए मौके का हकदार होता है, वैसे ही आप भी एक नई शुरुआत के काबिल हैं। ब्रेकअप के बाद आगे बढना मुश्किल जरूर है, लेकिन नामुमकिन नहीं। आइए जानते हैं कि कैसे आप खुद को टूटे हुए रिश्ते की अंधेरी गलियों से बाहर निकालकर फिर से रोशनी की ओर ले जा सकते हैं।
1. स्वीकार करें कि आप टूट चुके हैं और खुद को ठीक करने की कोशिश करें
दिल टूटना आसान नहीं होता। पहला कदम है अपनी भावनाओं को स्वीकार करना और कहना, 'हां, मुझे दुख हुआ है।' कभीकभी हम अपना दर्द छिपा लेते हैं, लेकिन इससे वह और गहरा हो जाता है। यह जरूरी है कि आप जो महसूस कर रहे हैं, उसे महसूस करें, चाहे वह उदासी हो, गुस्सा हो या उलझन। रोने का दिल करें तो रोएं, दिल में जो भी चल रहा है उसे लिखें, लेकिन खुद से झूठ न बोलें। दर्द को स्वीकार करना ही असली हिम्मत है और ठीक होने की शुरुआत है।
2. खुद को दोष देने की बजाय खुद से प्यार करें
ब्रेकअप के बाद, हमारे मन में अक्सर सवाल आते हैं कि क्या मैंने कोई गलती की?', 'क्या मैं काफी अच्छा नहीं था?' ऐसे विचार आपको और भी ज्यादा दुखी कर सकते हैं। इसके बजाय, सोचें कि अगर आपका कोई करीबी दोस्त इस दौर से गुजर रहा होता, तो आप क्या कहते। अब खुद से भी यही बातें कहें। प्यार में कुछ गलत हुआ, यह आपकी गलती नहीं है। खुद को कोसना बंद करें, खुद के प्रति दयालु बनें और धीरेधीरे फिर से मुस्कुराना सीखें।
3. खुद से फिर से प्यार करना शुरू करें
ब्रेकअप के बाद जिंदगी बिखर सकती है। लेकिन यही वो समय है जब आप अपने लिए खडे हो सकते हैं। खुद से जुडें, ऐसे काम करें जिनसे आपको अच्छा महसूस हो, चाहे वो किताब पढना हो, टहलने जाना हो, या अकेले में चाय पीना ही क्यों न हो। याद रखें, जब तक आप खुद से प्यार नहीं करेंगे, आप किसी और से भी ठीक से प्यार नहीं कर पाएंगे।
4. समझें कि अपने दिल की बात कहना कोई कमजोरी नहीं है
अपनी भावनाओं को दबाना अच्छा विचार नहीं है। इससे आपका दिल भारी हो जाता है और धीरेधीरे आपकी ऊर्जा खत्म हो जाती है। अगर बोलना, लिखना, गाना या चिल्लाना मुश्किल हो रहा है तो अपनी भावनाओं को रचनात्मक तरीकों से व्यक्त करें। आप चित्रकारी, संगीत, नृत्य या डायरी लिखने का सहारा ले सकते हैं। रोजाना बस 10 मिनट निकालकर जो भी आपके मन में आए उसे महसूस करें, यह खुद से प्यार करने का एक तरीका है।
5. माफ करें और दिल का बोझ हल्का करने की कोशिश करें
किसी को माफ करना मुश्किल है, लेकिन जरूरी भी है। दूसरों को माफ करने का मतलब खुद को हल्का करना और अपने दिल का बोझ उतारना है। अगर आप माफ नहीं करते, तो आपके अंदर ही अंदर गुस्सा और उदासी जमा हो जाती है, जो आपको आगे बढने से रोक सकती है। आपके दिल को फिर से प्यार की जरूरत है, इसीलिए आगे बढने से पहले उसे पुराने दर्द से आजाद करना जरूरी है। नए रिश्तों को धीरेधीरे अपनाएं, जल्दबाजी न करें। सही लोग सही समय पर मिल जाएंगे।
6. योग और ध्यान से अपने दिल को सुकून दें
कुछ योग आसन आपके दिल को फिर से खोलने में मदद कर सकते हैं। जैसे ऊंट मुद्रा, सेतु बंध मुद्रा और भुजंग मुद्रा। ये आसन आपकी छाती को खोलते हैं और मन की भावनाओं को बाहर निकालने में मदद करते हैं। सूर्य नमस्कार से शुरुआत करें और फिर दोनों हाथों को दिल के पास 'अंजलि मुद्रा' में जोडें और कुछ गहरी सांसें लें। इससे आपके अंदर शांति और ऊर्जा दोनों आएगी।
7. प्रकृति से जुड़ने के लिए पहाड़ों पर घुम कर आएं
प्रकृति में बहुत शक्ति है। हरेभरे पेड, ठंडी हवा, बारिश की बूंदें और पक्षियों की आवाज, ये सब दिल को सुकून देते हैं। रोज कुछ समय बाहर बिताएं। टहलते हुए तीन गहरी सांसें लें और महसूस करें कि हर सांस के साथ हरा रंग आपके दिल में भर रहा है। यह छोटा सा अभ्यास भी धीरेधीरे आपमें दोबारा जीने की इच्छा जगा देगा। आप चाहे तो पहाड़ों या फिर किसी सुकून देने वाली जगह पर घूमने भी जा सकते हैं।