By निधि अविनाश | Nov 16, 2021
भारतीय सेना के प्रमुख जनरल एमएम नरवणे यहूदी देश के साथ भारत के रक्षा और सुरक्षा सहयोग को और मजबूत करने के लिए अपनी पहली यात्रा पर रविवार को इज़राइल पहुंचे। वहां उन्हें इज़राइल के लतरून में गार्ड ऑफ ऑनर से भी सम्मानित किया गया है। इसी बीच इजरायल के राजनायिक ने जनरल एमएम नरवणे की एक तस्वीर ट्वीट की है जो सीधा पाकिस्तान पर निशाना साध रही है। इजरायली राजनायिक ने तस्वीर के साथ 'जय हिंद' और 'जय इजरायल'लिखा है। जानकारी के लिए बता दें कि, पाकिस्तान सरकार इजरायल को हमेशा से अपना दुश्मन मानता आ रहा है और इन दोनों ही देशों के संबंध एक-दूसरे के साख बिल्कुल भी अच्छे नहीं है।
कोब्बी शोशानी इजरायल के महावाणिज्यिक दूत हैं जो कि मुंबई में कार्यरत है। उन्होंने जनरल नरवणे की इजरायल दौरे को लेकर एक तस्वीर पोस्ट की है। इस तस्वीर को अगर आप ध्यान से देखें तो आपको साल 1971 का साल याद आ जाएगा। बता दें कि, जनरल नरवणे जहां बैठे है उसके पीछे एक तस्वीर है। यह 1971 के बांग्लादेश मुक्ति संग्राम के दौरान पाकिस्तानी सैनिकों के सरेंडर करने वाली तस्वीर है। यह तस्वीर इसलिए भी खास है क्योंकि इस साल भारत 1971 युद्ध का स्वर्णिम विजय वर्ष भी मना रहा है। इजरायल का यह तस्वीर ट्वीट करना साफ दर्शाता है कि वह पाकिस्तान को एक कड़ा संदेश दे रहा है।
तस्वीर से लगी पाकिस्तान को मिर्ची
आपको बता दें कि, जहां जनरल नरवणे बैठे है उसके पीछे की तस्वीर में तत्कालीन पूर्वी पाकिस्तान के कमांडर जनरल एएके नियाजी भारतीय सेना के सामने सरेंडर करते नजर आ रहे है। वहीं भारतीय सेना के लेफ्टिनेंट जनरल जगजीत सिंह अरोड़ा बैठे हुए है। बता दें कि यह पाकिस्तान की सबसे बड़ी हार और दुनिया का सबसे बड़ा आत्मसमर्पण माना जाता है। 1971 की युद्ध में पाकिस्तान के लगभग 93000 सैनिकों ने भारत के सामने सरेंडर कर दिया था।
भारत का हमेशा से दोस्त रहा है इजरायल
जानकारी के लिए बता दें कि, इजरायल ने भारत की कारगिल युद्ध के दौरान काफी मदद की थी। इस युद्ध में भारत के पास न तो दुश्मनों के बंकरों पर सटीक निशाना लगाने वाले बम थे और न ही जासूसी करने वाले टोही विमान। इसी को देखते हुए इजरायल ने भारत का एक अच्छे दोस्त के जैसे साथ दिया था। कारगिल युद्ध के दौरान इजरायल ने भारत को तुरंत हथियार और गोला-बारूद सप्लाई किया था।दोनों देशों के बीच समझौते हुए। बता दें कि, उस दौरान इजरायल ने भारत को सबसे उन्नत तकनीकी से लैस अपने हेरोन ड्रोन सौंपे थे। ड्रोन को कैसे इस्तेमाल करना है उसको लेकर भी इजरायल ने भारत को प्रशिक्षण दिया था।