By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | May 01, 2023
नयी दिल्ली। संकट में फंसे जेपी समूह की प्रमुख कंपनी जयप्रकाश एसोसिएट्स ने 4,161 करोड़ रुपये के कर्ज को लेकर चूक की है। चूक राशि में मूल और ब्याज शामिल है। जयप्रकाश एसोसिएट्स लि. (जेएएल) ने 29 अप्रैल को शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि कंपनी ने 31 मार्च को मूल राशि 1,653 करोड़ रुपये और ब्याज मद में 2,508 करोड़ रुपये लौटाने की चूक की है। यह कर्ज विभिन्न बैंकों से लिया गया है। कंपनी ने कहा कि उसके ऊपर कुल कर्ज (ब्याज सहित) 29,396 करोड़ रुपये है। इसे 2037 तक लौटाना है। इसमें से 31 मार्च, 2023 तक 4,161 करोड़ रुपये का बकाया लौटाना था, जो नहीं चुकाया जा सका।
जयप्रकाश एसोसिएट्स ने कहा कि कुल 29,296 करोड़ रुपये के कर्ज में से 18,051 करोड़ रुपये कम होंगे। यह राशि प्रस्तावित विशेष उद्देश्यीय इकाई (विशेष कंपनी) को स्थानांतरित की जाएगी। इसे मंजूरी सभी संबद्ध पक्षों ने दे दी है। इस पर राष्ट्रीय कंपनी विधि न्यायाधिकरण (एनसीएलटी) से मंजूरी बाकी है। यह मामला वहां लंबित है। कंपनी ने कहा, ‘‘कुल मिलाकर पूरा कर्ज पुनर्गठन के अंतर्गत है।’’ जयप्रकाश एसोसिएट्स ने यह भी कहा कि वह कर्ज में कमी लाने के लिए ठोस उपाय कर रही है। उसने कहा, ‘‘सीमेंट कारोबार के प्रस्तावित विनिवेश और ऋण पुनर्गठन योजना के लागू होने के बाद कर्ज लगभग शून्य हो जाएगा।’’
कंपनी ने यह भी कहा कि आईसीआईसीआई बैंक ने दिवाला एवं ऋण शोधन अक्षमता संहिता की धारा सात के तहत भारतीय रिजर्व बैंक के निर्देश के आधार पर एनसीएलटी इलाहबाद से संपर्क किया है। हालांकि, कंपनी ने इसपर आपत्ति जतायी है। जयप्रकाश एसोसिएट्स ने कहा, ‘‘मामला अभी एनसीएलटी में लंबित है। इसपर रियल एस्टेट कारोबार विशेष उद्देश्यीय इकाई को स्थानांतरित करने की योजना के साथ ही निर्णय होने की उम्मीद है।