By रेनू तिवारी | Jul 01, 2025
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सोमवार को यहां संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में एक प्रदर्शनी का उद्घाटन किया, जिसमें आतंकवाद और पाकिस्तान से संचालित आतंकी संगठनों सहित अन्य आतंकवादी समूहों द्वारा किए गए हमलों से हुई मानवीय क्षति को रेखांकित किया गया है। पाकिस्तान द्वारा मंगलवार को जुलाई माह के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की अध्यक्षता ग्रहण करने से एक दिन पहले इस प्रदर्शनी का उद्घाटन किया गया।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सोमवार को पाकिस्तान की ओर इशारा करते हुए कहा कि जब आतंकवाद को किसी देश द्वारा पड़ोसी के खिलाफ समर्थन दिया जाता है और यह कट्टरतावाद की भावना से प्रेरित होता है तो आतंकवाद की सार्वजनिक रूप से निंदा करना जरूरी है। अमेरिका की तीन दिवसीय यात्रा पर पहुंचे जयशंकर ने संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में ‘आतंकवाद की मानवीय कीमत’ नाम से लगाई गई प्रदर्शनी का उद्घाटन करते हुए यह टिप्पणी की। यह प्रदर्शनी संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में दो स्थानों पर 30 जून से 3 जुलाई तथा 7 जुलाई से 11 जुलाई तक प्रदर्शित की जाएगी।
‘आतंकवाद की मानवीय कीमत’ शीर्षक वाली यह प्रदर्शनी संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी मिशन द्वारा आयोजित की गई है, जिसमें विश्व भर में जघन्य आतंकवादी कृत्यों के विनाशकारी प्रभावों तथा आतंकवाद से निपटने के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय द्वारा उठाए गए कदमों को रेखांकित किया गया है। यह प्रदर्शनी 30 जून से 11 जुलाई तक संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में दो स्थानों पर प्रदर्शित की जाएगी।
पाकिस्तान से संचालित आतंकवादी समूह लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) द्वारा किए गए 2006 के मुंबई आतंकवादी हमलों से लेकर हाल ही में पहलगाम आतंकवादी हमलों तक, प्रदर्शनी में दुनिया भर में किए गए असंख्य आतंकवादी हमलों को प्रदर्शित किया गया है। साथ ही इन हमलों के लिए जिम्मेदार आतंकवादी संगठनों के नाम और हमलों के पीड़ितों की राष्ट्रीयता का भी उल्लेख किया गया है। इस प्रदर्शनी को पाकिस्तान से सीमा पार आतंकवाद के खिलाफ भारत के अभियान के लिए वैश्विक समर्थन जुटाने के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है।