By अनन्या मिश्रा | Mar 03, 2025
टाटा ग्रुप के संस्थापक जमशेदजी टाटा का आज ही के दिन यानी की 03 मार्च को जन्म हुआ था। उन्होंने टाटा स्टील, ताज होटल और IISC बैंग्लोर जैसे ऑर्गनाइजेशन की स्थापना की थी। भारतीय उद्योग जगत के लिए जमशेदजी टाटा 'भीष्म पितामह' के तौर पर जाने जाते हैं। उन्होंने अपने जीवनकाल में भारत को नई पहचान देने वाले कई काम किए थे। तो आइए जानते हैं उनकी बर्थ एनिवर्सरी के मौके पर जमशेदजी टाटा के जीवन से जुड़ी कुछ रोचक बातों के बारे में...
जन्म और परिवार
गुजरात के नवसारी में 03 मार्च 1839 को जमशेदजी टाटा का जन्म हुआ था। वहीं नवसारी जो वर्तमान समय में दांडी बीच के लिए जाना जाता है। उनका पारसी परिवार लंबे समय से पुजारी का काम करता था। लेकिन जमशेदजी के पिता नुसेरवानजी टाटा अपने परिवार में पहले ऐसे व्यक्ति थे, जिन्होंने व्यापार में हाथ आजमाया। जमशेदजी ने महज 14 साल की उम्र में अपने पिता के साथ मुंबई में कारोबार में हाथ बंटाना शुरू किया। जमशेदजी टाटा ने ग्रेजुएशन तक पढ़ाई किया और करीब 10 साल बाद साल 1868 में अपना पहला वेंचर शुरू किया।
कपड़ा व्यापार
जमशेद जी टाटा ने 21,000 रुपए के निवेश से ट्रेडिंग कंपनी की शुरूआत की थी। लेकिन जल्द ही वह इंग्लैंड चले गए और उन्होंने वहां पर कपड़ा व्यापार को करीब से समझा। साल 1869 में इंग्लैंड से लौटने के बाद जमशेद जी टाटा ने कपड़े का व्यापार शुरू किया। इस दौरान उन्होंने बंबई के इंडस्ट्रियल हब में एक दिवालिया हो चुकी तेल मिल को खरीद लिया और इसका नाम बदलकर एलेक्जेंड्रा मिल रख दिया। जमशेदजी ने इसको कॉटन मिल में बदल दिया और दो साल बाद अच्छे प्रॉफिट के साथ इस मिल को बेच दिया। उस दौरान बंबई कपड़ा मिलों की सबसे पसंदीदा जगह थी।
जमशेदजी ने अपना प्रॉफिट बढ़ाने के लिए दूरदर्शी सोच अपनाया और उन्होंने साल 1874 में 1.5 लाख रुपए के निवेश से महाराष्ट्र के नागपुर में सेंट्रल इंडिया स्पिनिंग, वीविंग और मैन्युफैक्चरिंग कंपनी शुरू की। वहीं कपड़ा व्यापार का सस्ता एक्सपोर्ट करने के लिए साल 1873 में उन्होंने एक शिपिंग कंपनी शुरू की थी।
सिल्क उद्योग
बता दें कि देश में सिल्क उद्योग को बढ़ावा देने के लिए भी जमशेद जी टाटा ने काम किया। साल 1893 में वह जापान यात्रा पर गए और वहां पर वैज्ञानिक तरीके से रेशम कीट पालन की पद्धति का पता चला। फिर जब वह भारत लौटे तो उन्होंने तब मैसूर स्टेट में इस कारोबार को फैलाया। इसके लिए उन्होंने जमीन खरीदी और सब्सडाइज तरीके से रेशम कीट का पालन शुरू किया। उन्होंने आम और कोल्ड स्टोरेज के कारोबार में भी हाथ आजमाया। साथ ही देश की पहली एविएशन कंपनी टाटा एयरलाइंस की शुरूआत की। जोकि बाद में एयर इंडिया हो गई।
मृत्यु
वहीं 19 मई 1904 को जमशेद जी टाटा का निधन हो गया था।