By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Sep 06, 2019
नयी दिल्ली। जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) छात्रसंघ चुनाव समिति ने शुक्रवार को छात्र अधिष्ठाता (डीन) पर पहले चरण के मतदान के दौरान मतदान केंद्र में प्रवेश कर चुनाव प्रक्रिया में ‘‘दखल’’ देने का आरोप लगाया। चुनाव में विभिन्न पदों के लिए 14 उम्मीदवार मैदान में हैं। मतदान दो चरणों में- सुबह 9:30 से अपराह्र 1 बजे तक और अपराह्न 2:30 से शाम 5:30 बजे तक संपन्न होगा। मतगणना रात 9 बजे शुरू होगी और परिणाम रविवार को घोषित होने की संभावना है। चुनाव समिति के अध्यक्ष शशांक पटेल ने कहा, ‘‘शिकायत निवारण प्रकोष्ठ के अध्यक्ष जो छात्र अधिष्ठाता (डीन) हैं, उन्होंने मतदान केंद्र के अंदर जाकर चुनाव प्रक्रिया में हस्तक्षेप किया। यह लिंगदोह समिति की सिफारिशों और उच्च न्यायालय के एक आदेश का स्पष्ट उल्लंघन है।’’
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हालांकि उन्होंने, उल्लंघन पर चुनाव समिति की कार्रवाई पर टिप्पणी नहीं की। छात्र अधिष्ठाता (डीन)उमेश कदम ने इस मुद्दे पर फोन और संदेशों का जवाब नहीं दिया। मतदान जारी रहने के बीच विभिन्न राजनीतिक संगठनों के समर्थक मतदान केंद्रों के बाहर इकट्टा होते हुए और नारेबाजी करते देखे गए। अध्यक्ष पद के लिए किस्मत आजमा रहीं एसएफआई की आइशी घोष ने कहा कि हमें सभी चार पदों पर कब्जा बरकरार रहने का भरोसा है। बाहर लोग कुछ भी कह सकते हैं लेकिन जेएनयू के लोग पूरे विवेक से उस सोच को देख पा रहे हैं जिसे विकास के नाम पर देश में थोपा जा रहा है।
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स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) की सदस्य आइशी को वाम दलों के छात्र संगठनों के संयुक्त उम्मीदवार के तौर पर उतारा गया है। निर्वाचन दल के एक सदस्य ने कहा कि चुनाव अधिकारियों ने मतदान के लिए सभी बंदोबस्त किये हैं जिसमें 8700 छात्र मतपत्रों से अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर सकते हैं। ‘जय भीम’, ‘लाल सलाम’, ‘वंदे मातरम’ के नारों के बीच बुधवार देर रात जेएनयू परिसर में ‘प्रेसीडेंशियल डिबेट’ का आयोजन किया गया था।
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