कैलाश विजयवर्गीय को खुद ही तय करना पड़ेगा कि वह बीजेपी के नेता रहना चाहते है या माफिया के नेता रहना चाहते है - कमलनाथ

By दिनेश शुक्ल | Jan 05, 2020

भोपाल। भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के इंदौर जला देने वाले बयान पर विवाद जल्द थमता नहीं दिख रहा है। पहले कैलाश विजयवर्गीय सहित 350 लोगों पर शनिवार रात एफआईआर दर्ज होने के बाद अब प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ का बयान सामने आया है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि कैलाश विजयवर्गीय को खदी तय करना पड़ेगा कि वह बीजेपी के नेता रहना चाहते है या माफिया के नेता रहना चाहते है। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने यह बयान अपने छिंदवाड़ा प्रवास के दौरान दिया।

इसे भी पढ़ें: कांग्रेस ने की भाजपा महासचिव विजयवर्गीय के खिलाफ कार्रवाई की मांग

मुख्यमंत्री कमलनाथ ने छिंदवाड़ा में भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय को तंज कसते हुए यह बयान कही। इससे पहले कांग्रेस ने शुक्रवार को बयान जारी करते हुए भाजपा महासचिव के बयान की निंदा की थी और इसे भाजपा का चाल, चरित्र और चेहरा बताया था। वही शनिवार देर रात को कैलाश विजयवर्गीय के नेतृत्व में धरना प्रदर्शन करने पहुंचे भाजपा कार्यकर्ताओं और नेताओं पर पुलिस ने 143,149,153,188 और 506 भारतीय दंड सहिंता की धाराओं में मामला दर्ज किया है। इसमें इंदौर लोकसभा सांसद शंकर ललवानी और कैलाश विजवर्गीय के करीबी भाजपा विधायक रमेश मेंदोला उनके विधायक पुत्र आकाश विजयवर्गीय पर भी यह धाराए लगी है।

इसे भी पढ़ें: भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के बयान पर बवाल, कांग्रेस ने दिया जवाब

दूसरी तरफ मुख्यमंत्री कमलनाथ का बयान सामने आने के बाद आने वाले दिनों में कैलाश विजयवर्गीय की और भी मुशिबते बढ़ सकती है। राजनीति पंडितों की माने तो कैलाश विजयवर्गीय के इंदौर जला देने वाले बयान को लेकर संघ भी खुश नहीं है। जबकि इंदौर में चल रहे संघ के प्रांतीय सम्मेलन में सीएए और एनआरसी जैसे मुद्दों पर चर्चा के दौरान प्रदेश में सरकार बदल जाने के बाद की परिस्थितियों पर भी चिंतन हो रहा है। इस दौरान भाजपा महासचिव के बयान ने प्रदेश ही नहीं बल्कि देश की राजनीति में भारतीय जनता पार्टी को बैकफुट पर ला दिया है।

 

 

प्रमुख खबरें

Delhi Airport पर IndiGo का ऑपरेशनल संकट जारी, यात्रियों की बेबसी पर एयरपोर्ट बोला- धीरे-धीरे सामान्य हो रहा है परिचालन सब्र रखें

Delhi की वायु गुणवत्ता बेहद खराब, मौसम का अब तक का सबसे ठंडा दिन

Jharkhand में नड्डा ने पार्टी नेताओं के साथ बंद कमरे में बैठक की

UP में Bangladeshi और Rohingya घुसपैठियों के खिलाफ सख्त अभियान शुरू