By रितिका कमठान | Sep 09, 2024
उत्तर प्रदेश के कानपुर में रविवार देर रात प्रयागराज-भिवानी कालिंदी एक्सप्रेस के पटरी पर रखे एलपीजी सिलेंडर से टकरा गई। इस दौरान एक बड़ा हादसा टल गया। इस हादसे की जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने इसे ‘ट्रेन को पटरी से उतारने का प्रयास’ बताया। कालिंदी एक्सप्रेस बहुत तेज गति से अपने डेस्टिनेशन की ओर जा रही थी, तभी कानपुर के शिवराजपुर में उसकी टक्कर सिलेंडर से हो गई।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने पीटीआई को बताया, "एलपीजी सिलेंडर को पटरी पर रखकर कालिंदी एक्सप्रेस को पटरी से उतारने की कोशिश की गई। सूचना मिलने के तुरंत बाद वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे और जांच शुरू की। जांच करने के लिए घटना स्थल पर फोरेंसिक टीम को बुलाया गया है। इस हादसे की जांच करने में रेलवे सुरक्षा बल भी जुटा हुआ है।"
उन्होंने कहा, "लोको पायलट (चालक) ने वस्तु को देखने के बाद आपातकालीन ब्रेक लगाए। ट्रेन रुकने से पहले सिलेंडर से टकराई, लेकिन टक्कर के परिणामस्वरूप सिलेंडर पटरियों से दूर चला गया।" इस बीच, एफआईआर दर्ज कर ली गई है और पुलिस ने पूछताछ के लिए दो लोगों को हिरासत में लिया है। मामले को सुलझाने के लिए छह टीमें बनाई गई हैं। इसके अलावा, पुलिस के अनुसार, घटनास्थल से बरामद तरल पदार्थ की बोतल मोलोटोव कॉकटेल है। एक मिठाई का डिब्बा भी मिला है। इसे कन्नौज के छिबरामऊ से खरीदा गया था।
हाल के महीनों में उत्तर प्रदेश में यह दूसरी ऐसी घटना है। इससे पहले 17 अगस्त को, वाराणसी-अहमदाबाद साबरमती एक्सप्रेस के 22 डिब्बे पटरी से उतर गए थे, वह भी कानपुर के पास, जब इंजन किसी ‘वस्तु’ से टकराया था, जिसे लोको पायलट ने एक पत्थर बताया था। जुलाई में राज्य के गोंडा जिले में चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस के पटरी से उतर जाने से चार यात्रियों की मौत हो गई थी।