By अभिनय आकाश | Mar 07, 2022
1999 में आईसी-814 को हाईजैक करने वाले पांच आतंकवादियों में से एक जहूर मिस्त्री उर्फ जाहिद अखुंद मारा गया है। News9 ने पाकिस्तानी खुफिया स्रोतों के हवाले से कहा है कि कराची शहर में जाहिद की हत्या की गई है। मिस्त्री पिछले कई सालों से जाहिद अखुंद की नई पहचान के साथ कराची में रह रहा था। अखुंद कराची के अख्तर कॉलोनी के अंदर स्थित क्रिसेंट फर्नीचर का मालिक था। खुफिया सूत्रों ने News9 को यह भी बताया कि रऊफ असगर सहित जैश-ए-मोहम्मद का शीर्ष नेतृत्व कराची में अखुंद के अंतिम संस्कार में शामिल हुआ था। असगर जैश का ऑपरेशनल चीफ और जैश सरगना मसूद अजहर का भाई है।
जियो टीवी द्वारा साझा की गई हत्या के सीसीटीवी फुटेज से संकेत मिलता है कि हत्या की योजना बनाई गई थी। सीसीटीवी फुटेज से पता चला था कि अख्तर कॉलोनी की सड़कों पर दो हथियारबंद मोटरसाइकिल सवार घूम रहे थे, इससे पहले कि आरोपी इलाके की रेकी करने के बाद फर्नीचर के गोदाम में घुस गया। इसके बाद उन्होंने व्यापारी को निशाना बनाया। एक पाकिस्तानी समाचार नेटवर्क के एक निर्माता ने नाम न छापने की शर्त पर कहा कि हमारे पास हत्या के बारे में पुष्टि है लेकिन किसी कारण से मामले के बारे में रिपोर्ट नहीं करने के लिए कहा गया है।
बता दें कि इंडियन एयरलाइंस के आईसी 814 विमान को 24 दिसंबर 1999 को नेपाल से पांच अपहरणकर्ताओं द्वारा हाईजैक कर लिया गया था। विमान को अमृतसर, लाहौर और दुबई की यात्रा पर ले जाया गया था। इसके बाद आखिरी पड़ाव के रूप में इसे अफगानिस्तान के कंधार में लैंड कराया गया। उन दिनों अफगानिस्तान पर तालिबान का कब्जा हुआ करता था। विमान में सवार यात्रियों को एक हफ्ते तक बंधक बनाए रखा गया। फिर भारत द्वारा खूंखार आतंकवादी मसूद अजहर, अहमद ओमर सईद शेख और मुश्ताक अहमद जरगर को रिहा करने के बदले में बंधकों को आजाद किया गया।