By अनन्या मिश्रा | May 03, 2023
कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस द्वारा जारी किए गए घोषणा पत्र पर राज्य में बवाल मच गया है। बता दें कि कांग्रेस पार्टी ने बजरंगदल और अन्य ऐसे संगठनों पर प्रतिबंध लगाने का वादा किया है। बजरंग दल, विश्व हिंदू परिषद का युवा संगठन है। जिसके बाद कांग्रेस के इस घोषणा पत्र पर हिंदू संगठनों ने विरोध जताया है। वहीं कांग्रेस हमलावर होने के लिए बीजेपी को एक और मुद्दा मिल गया है। बीते मंगलवार को पीएम मोदी ने एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस ने पहले श्रीराम को ताले में बंद कर दिया था और अब वह बजरंग दल पर भी बैन लगाना चाहते हैं।
पीएम मोदी ने साधा निशाना
कांग्रेस के इस मैनिफेस्टो के साथ ही बीजेपी हिंदुओं की भावनाओं को पकड़ने और कांग्रेस पर हमला करने में जुट गई है। चिक्कामंगलुरु और हुबली-धारवाड़े के आसपास इस बार हिंदुत्व का मुद्दा असर दिखाने वाला है। वहीं बीजेपी ने भी यहां पर अपना दांव चल दिया है। बीजेपी ने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि बजरंग दल की तुलना प्रतिबंधित संगठन PFI को प्रमुखता दे रही है। इसके अलावा कांग्रेस ने अपने मैनिफेस्टो में यह भी वादा किया है कि राज्य में कांग्रेस की सरकार आने पर मुस्लिम आरक्षण फिर से लागू कर दिया जाएगा।
बीजेपी नेताओं ने लगाई बजरंग दल की प्रोफाइल
कांग्रेस के इस वादे पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस आखिर किस कीमत पर मुस्लिमों को आरक्षण देने की बात कह रही है। राज्य के चिक्कामंगलुरु और हुबली-धारवाड़ में हिंदुत्व वोटबैंक का प्रभाव 20 से 25 सीट तक बढ़ता दिखाई दे रहा है। हालांकि इन सीटों पर बीजेपी पहले से ही प्रभावी है। लेकिन कांग्रेस द्वारा बजरंग दल पर बैन लगाने के इस वादे को बीजेपी ने मुद्दा बनाकर लपक लिया है। इस मुद्दे के बाद बीजेपी के तमाम नेताओं ने अपनी सोशल मीडिया के प्रोफाइल पर बजरंग दल की फोटो लगा दी है।
भाजपा ने लपका मुद्दा
कांग्रेस ने अपने मैनिफेस्टो में वादा किया है कि सरकार बनने के बाद पार्टी तमाम ऐसे संगठनों पर बैन लगाएगी, जो समाज में नफरत फैलाने का काम करते हैं। हालांकि यह पहली बार नहीं है जब कांग्रेस ने बजरंग दल पर बैन लगाने की बात की है। हालांकि कर्नाटक चुनाव में अब बीजेपी ने कांग्रेस के इस मुद्दे को लपकने में जरा भी देर नहीं लगाई है। इस मुद्दे के जरिए बीजेपी उन लोगों को साधने का प्रयास कर रही है। जो बीजेपी की विचार वोट पार्टी को देते हैं, लेकिन इस बार वह बीजेपी से संतुष्ट नहीं है।