केरल अत्यधिक गरीबी मुक्त: मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन का दावा, क्या यह देश के लिए बनेगा नया विकास मॉडल?

By रेनू तिवारी | Nov 01, 2025

केरल ने एक बार फिर इतिहास रच दिया है जब मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने शनिवार (1 नवंबर) को राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर आधिकारिक तौर पर राज्य को "अत्यंत गरीबी-मुक्त" घोषित किया। इस घोषणा के साथ, केरल यह उपलब्धि हासिल करने वाला पहला भारतीय राज्य और चीन के बाद दुनिया का दूसरा राज्य बन गया। यह भव्य घोषणा समारोह तिरुवनंतपुरम के सेंट्रल स्टेडियम में राज्य के सभी मंत्रियों, स्थानीय निकाय प्रतिनिधियों और फिल्मी हस्तियों की उपस्थिति में आयोजित किया गया। इस समारोह में मुख्य समारोह से पहले और बाद में केरल की जीवंत कला और सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित करते हुए सांस्कृतिक कार्यक्रम भी शामिल होंगे।

इसे भी पढ़ें: BlackRock Fraud | ब्लैकरॉक को 500 मिलियन डॉलर का चूना लगाकर भारतीय CEO अमेरिका से फरार, भारत कनेक्शन?

 

केरल अत्यधिक गरीबी से मुक्त हुआ

विजयन ने केरल के ‘पिरवी’ या स्थापना दिवस के अवसर पर बुलाए गए सदन के विशेष सत्र में यह घोषणा की। कांग्रेस के नेतृत्व वाले संयुक्त लोकतांत्रिक मोर्चा (यूडीएफ) ने राज्य सरकार के दावे को ‘‘पूरी तरह से धोखाधड़ी’’ करार दिया और इसके विरोध में सत्र का बहिष्कार किया।

इसे भी पढ़ें: 'एक और मौका दीजिए', चुनाव से पहले नीतीश कुमार की भावुक अपील, बिहार को टॉप राज्यों में ले जाएगा हमारा गठबंधन

विशेष विधानसभा सत्र शुरू होते ही राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता वी डी सतीशन ने कहा कि नियम 300 के माध्यम से मुख्यमंत्री का बयान ‘‘पूरी तरह से धोखाधड़ी’’ और सदन के नियमों की ‘‘अवमानना’’ है। सतीशन ने कहा, ‘‘इसलिए हम इसमें शामिल नहीं हो सकते और सत्र का पूरी तरह से बहिष्कार कर रहे हैं।’’ विपक्ष ने इसके बाद ये नारे लगाते हुए सदन से बहिर्गमन किया कि यह दावा ‘‘धोखाधड़ी’’ है और यह ‘‘शर्मनाक’’ है।

मुख्यमंत्री ने विपक्ष के आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि यूडीएफ जब ‘‘धोखाधड़ी’’ शब्द कहता है तो वह अपने ही व्यवहार की बात कर रहा होता है। उन्होंने कहा, ‘‘हम केवल वही कहते हैं जो हम लागू कर सकते हैं। हमने जो कहा था, उसे लागू किया है। विपक्ष के नेता को यही हमारा जवाब है।

केरल का समावेशी शासन मॉडल

विशेषज्ञ केरल की सफलता का श्रेय इसके मज़बूत विकेन्द्रीकृत शासन और सामुदायिक भागीदारी को देते हैं। स्थानीय निकायों को सशक्त बनाकर और कुदुम्बश्री जैसे कार्यक्रमों को एकीकृत करके, राज्य ने यह सुनिश्चित किया कि प्रत्येक हस्तक्षेप अपने इच्छित लाभार्थियों तक पहुँचे। सरकारी विभागों, महिलाओं के नेतृत्व वाले समूहों और स्थानीय प्रतिनिधियों के बीच सहयोग ने इस पहल को अत्यंत जन-केंद्रित और टिकाऊ बनाया। 

प्रमुख खबरें

लालकृष्ण आडवाणी ने जिन्ना को सराहा, वंदे मातरम पर नेहरू की आलोचना को लेकर जयराम रमेश ने पीएम मोदी पर किया पलटवार

वंदे मातरम पर चर्चा से डरती है कांग्रेस, अनुराग ठाकुर ने संसद में राहुल-प्रियंका पर साधा निशाना

Sheikh Hasina का नाम लेकर ऐसा क्या बोले युनूस, भारत ने कराई बोलती बंद

IRCTC Honeymoon Tour Packages: भारतीय रेलवे ने जारी किया दिसंबर हनीमून टूर पैकेज, जानें बजट और तमाम सुविधाएं