By अभिनय आकाश | Mar 21, 2023
संयुक्त राज्य अमेरिका ने सैन फ्रांसिस्को में भारतीय वाणिज्य दूतावास पर हमले की घटना को लेकर अब अमेरिका भी एक्शन मोड में आ गया है। बाइडेन प्रशासन ने खालिस्तानी समर्थकों की ओर से दूतावास में तोड़फोड़ किए जाने की घटना की निंदा की है। अमेरिकी की तरफ से इस तरह की घटना को पूरी तरह अस्वीकार्य बताया है। भारत द्वारा खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह समर्थकों के विरोध पर कड़ा विरोध दर्ज कराने के घंटों बाद अमेरिका ने भी त्वरित कार्रवाई का वादा किया। अमेरिका ने दोहराया कि उनकी धरती पर राजनयिक मिशनों की रक्षा करना उनकी प्राथमिकता है और कहा कि उन पर ऐसा कोई भी हमला एक दंडनीय अपराध है।
व्हाइट हाउस में राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद समन्वयक जॉन किर्बी ने घटना की निंदा की करते हुए कहा कि ये हमला पूरी तरह से अस्वीकार्य है। जॉन किर्बी ने एक सवाल के जवाब में कहा कि विदेश मंत्रालय की डिप्लोमेटिक सिक्योरिटी सर्विस स्थानीय अधिकारियों के साथ मिलकर मामले को देख रही है। मैं सैन फ्रांसिस्को पुलिस की तरफ से कुछ नहीं कह सकता, लेकिन मैं इतना कह सकता हूं कि उचित जांच की जा रही है। जाहिर तौर पर विदेश मंत्रालय नुकसान की भरपाई के लिए काम करेगा लेकिन यह बिल्कुल भी स्वीकार्य नहीं है।
बता दें कि खालिस्तान समर्थक प्रदर्शनकारी ग्रुप ने सैन फ्रांसिस्को में भारतीय दूतावास में आग लगाने की कोशिश की थी। जिसके बाद वरिष्ठ भारतीय राजनयिकों ने अपने अमेरिकी समकक्षों को सूचित किया कि उन्हें देश विरोधी तत्वों द्वारा आने वाले दिनों में इस तरह के और विरोध-प्रदर्शन किए जाने की आशंका है। सैन फ्रांसिस्को में रविवार को सुबह करीब चार बजकर 20 मिनट पर यह घटना हुई। दूतावास में लगे सीसीटीवी में इस कृत्य के कुछ हिस्से कैद भी हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि दाढ़ी वाले दो पुरुषों जिन्होंने टोपी पहन रखी थी, ने सैन फ्रांसिस्को में भारतीय मिशन के प्रवेश द्वार पर ज्वलनशील पदार्थ डाला और इमारत को आग लगाने की कोशिश की। इन दोनोंकी अभी तक पहचान नहीं हो पाई है।