By मिताली जैन | Jul 20, 2022
बहुत से लोगों को मीठा खाना बेहद पसंद होता है और वह अक्सर तरह-तरह की मिठाइयां खाने का मौका ढूंढते हैं। ऐसे स्वीट लवर्स को एक बार रोटाना को भी अवश्य चखना चाहिए। यह एक पारंपरिक गढ़वाली मिठाई है और उत्तराखंड का कोई भी उत्सव इसके बिना पूरा नहीं होता। हालांकि, अन्य मिठाइयों की अपेक्षा इसे बेहद ही आम सामग्री जैसे आटे और गुड की मदद से तैयार किया जाता है। वैसे देश के अलग-अलग राज्यों में भी इस तरह की ही मिठाई बनाई जाती है, लेकिन हर जगह पर इसे एक अलग से पुकारा जाता है। तो चलिए आज इस लेख में हम आपको उत्तराखंड में बनाई जाने वाली पारंपरिक गढ़वाली मिठाई रोटाना बनाने की आसान विधि के बारे में बता रहे हैं-
रोटाना बनाने के लिए आवश्यक सामग्री-
- 2 कप गेहूं का आटा
- आधा कप गुड़ या चीनी
- 2 बड़े चम्मच घी
- 1/2 छोटा चम्मच इलाइची का पाउडर
- चार चम्मच दूध
- 2-3 चम्मच कसा हुआ सूखा नारियल
- सजाने के लिए चीनी पाउडर
- तलने के लिए तेल
रोटाना बनाने की विधि-
- रोटाना बनाने के लिए सबसे पहले गुड़ में पानी डालकर उसे गैस पर रखकर पिघला लें।
- अब आंच बंद करके इसे ठंडा कर लें।
- अब आटे में घी डालें और हाथों की मदद से अच्छी तरह मिक्स करें।
- एक बार घी के मिक्स हो जाने के बाद इसमें इलाइची पाउडर, दूध और नारियल मिलाएं।
- अब आप गुड़ के पानी की मदद से कड़ा आटा गूंथ लें।
- करीबन, दस मिनट के लिए ऐसे ही ढक कर रख दें।
- दस मिनट बाद एक बार फिर से आटा गूंथ लें। ध्यान दें कि आटा कड़ा होना चाहिए, लेकिन बहुत अधिक टाइट नहीं।
- अगर आपको आटा बहुत अधिक टाइट लग रहा है तो इसमें थोड़ा दूध और मिलाया जा सकता है।
- अब हाथ में थोड़ा तेल लगाकर आटे की छोटी-छोटी लोइयां गोल-गोल बना लें।
- अब एक कड़ाही में तेल डालकर गर्म करें।
- अब आटे की तैयार गोलियों को तेल में मध्यम आंच पर तल लें।
- आपका टेस्टी गढ़वाली रोटाना बनकर तैयार हैं।
- आप इन्हें प्लेट में निकालें और इसपर थोड़ा सी पिसी चीनी एक छननी की सहायता से छिड़क दें।
नोट-
- यूं तो रोटाना गुड़ की मदद से बनाए जाते हैं, लेकिन आप इसे चीनी की मदद से भी बना सकते हैं।
- चीनी की चाशनी बनाने के स्थान पर इसका पाउडर बनाकर आटे में मिक्स कर दें।
- अगर आपके पास इलायची पाउडर नहीं है तो आप सौंफ का पाउडर बनाकर उसे भी यूज कर सकते हैं।
- रोटाना को और भी अधिक टेस्टी बनाने के लिए अंत में उसके उपर पिसी चीनी के साथ-साथ भुने हुए तिल भी डाले जा सकते हैं।
- मिताली जैन