जानिए कब, क्यों और कैसे हुई फ्रेंडशिप डे की शुरुआत, जानिए इससे जुड़ी रोचक कहानियाँ

By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Jul 31, 2020

वैसे तो भारत में हर रोज कोई न कोई त्योहार मनाया जाता है लेकिन आजकल यहां पर भी वेस्टर्न कल्चर के त्योहार या हम यह कहें कि वेस्टर्न डेज काफी ज्यादा फेमस हो गए हैं जैसे कि वैलेंटाइन डे, प्रपोज डे और फादर्स डे उसी तरह से ही एक दिन दोस्ती के नाम किया जाता है जिसको फ्रेंडशिप डे के नाम से जानते हैं। यह दिन अगस्त के पहले रविवार को मनाया जाता है। इस बार फ्रेंडशिप डे अगस्त की 2 तारीख को मनाया जाएगा। लेकिन क्या आपने सोचा है कभी कि फ्रेंडशिप डे आखिर क्यों मनाया जाता है? इस दिन को मनाने के पीछे क्या कहानी है? क्या इसका इतिहास है? इसीलिए आज हम आपको बताएंगे कि फ्रेंडशिप डे क्यों मनाया जाता है, किस लिए यह जरूरी है और इसका क्या इतिहास है।


फ्रेंडशिप डे का इतिहास

हर किसी के जीवन में दोस्त होना बहुत ही ज्यादा जरूरी होता है, बच्चा हो या बड़ा हर किसी को दोस्त की जरूरत पड़ती है। दोस्त ही एक ऐसा व्यक्ति होता है जिसे हम अपने मन की बात बिना सोचे समझे बता सकते हैं। एक सच्चे दोस्त के बिना इंसान की जिंदगी बोरिंग और बेकार हो जाती है। एक सच्चे और अच्छे दोस्त के बिना जिंदगी अधूरी होती है। ऐसे ही सच्चे दोस्तों की याद में और दोस्ती मजबूत करने के लिए हर साल अगस्त के पहले रविवार को फ्रेंडशिप डे मनाया जाता है। लेकिन क्या कभी आपने सोचा है कि इस दिन की शुरुआत कब और कैसे हुई थी? क्या आपने कभी सोचा है कि अगस्त के रविवार को ही फ्रेंडशिप डे के रूप में किसने मनाया होगा।

इसे भी पढ़ें: अच्छा मित्र प्राप्त करने से पहले आवश्यक है अच्छा मित्र बनना

दरअसल फ्रेंडशिप डे की शुरुआत साल 1935 में अमेरिका में हुई थी। कई खबरों के मुताबिक कहा जाता है कि अमेरिका में कई साल पहले अगस्त के पहले रविवार के दिन अमेरिकी सरकार ने एक व्यक्ति को मार दिया था। उसके बाद उस व्यक्ति का दोस्त सदमे में चला गया था और वह अपने दोस्त से दूरी बर्दाश्त नहीं कर पाया था और उसने आत्महत्या कर ली थी। जिस व्यक्ति ने आत्महत्या की थी उसने पूरे अमेरिका और पूरे विश्व में दोस्ती और सच्ची मित्रता के प्रति बहुत ही गहरी छाप छोड़ दी थी। जिसके बाद अमेरिकी सरकार ने अगस्त महीने के पहले रविवार को फ्रेंडशिप डे के रूप में मनाने का निर्णय लिया।

 

फ्रेंडशिप डे से जुड़ी कहानियां

फ्रेंडशिप से जुड़ी या सच्ची दोस्ती से जुड़ी कई ऐसी कहानियां है जिसके कारण फ्रेंडशिप डे पूरे विश्व भर में प्रसिद्ध हो गया और लोग इस दिन को अपने दोस्त को समर्पित करने लगे। कहा जाता है कि साल 1930 में एक व्यापारी ने इस दिन की शुरूआत की थी। जोएस हाल नाम के इस व्यापारी ने अपने आसपास सभी लोगों से कहा कि वह अपने दोस्तों को कार्ड या गिफ्ट देकर इस दिन को मनाएं और अपनी दोस्ती के लिए एक खास दिन इतिहास में दर्ज कराएं। उसका उद्देश्य था कि वह आने वाले समय में भी लोगों के अंदर एक दूसरे के प्रति दोस्ती, भाईचारा और मित्रता बरकरार रखे। इसीलिए उसने इस तरह के दिन की शुरुआत की। मित्रता दिवस को खास बनाने के लिए उस व्यापारी ने अगस्त के पहले रविवार का दिन चुना। बाद में यूरोप और एशिया के बहुत से देशों ने इस परंपरा को आगे बढ़ाते हुए फ्रेंडशिप डे मनाना शुरू किया। फ्रेंडशिप डे से जुड़ी कई कहानियां हैं जो कि सच्ची दोस्ती का प्रतीक हैं। बताया जाता है कि 20 जुलाई 1958 को डॉक्टर रमन आर्टिमियो ने एक डिनर पार्टी के दौरान अपने दोस्तों के साथ मित्रता दिवस मनाने का विचार रखा, जिसके बाद विश्व में फ्रेंडशिप डे मनाने की परंपरा और उसके प्रति लोगों की रुचि बढ़ गई।

इसे भी पढ़ें: इस बार दोस्ती में एक चैलेंज और करके दिखाएंगे, बिना मिले घर से ही Friendship Day मनाएंगे

फ्रेंडशिप डे कैसे मनाएं?

आप भी अपना फ्रेंडशिप डे अपने दोस्तों के साथ खुलकर मनाएं। आप चाहें तो अपने दोस्तों को गिफ्ट, फ्रेंडशिप बैंड या ग्रीटिंग कार्ड दे सकते हैं। साथ ही में एक दूसरे से हमेशा दोस्ती निभाने का वादा भी कर सकते हैं। साथ ही आप अपने दोस्त के साथ बाहर घूमने भी जा सकते हैं। जब तक स्कूल का समय था सब साथ रहते थे और कहते थे कि चलो कहीं घूमने का प्लान बनाएं लेकिन आज के समय सब अपने काम में इतने व्यस्त हो गए हैं कि उन्हें कहना पड़ता है कि चलो मिलने का प्लान बनाएं। तो इस बार आपके पास बहुत ही अच्छा मौका है फ्रेंडशिप डे पर अपने दोस्तों के साथ मिलकर अपनी पुरानी यादों को ताज़ा करें और अपने उन सारे पलों को दोबारा से जिएं और मौज मस्ती करें।

प्रमुख खबरें

Mandi के लिए पारिस्थितिकी-पर्यटन को बढ़ावा देना मेरी सर्वोच्च प्राथमिकता : Vikramaditya Singh

Rajasthan: पुलिस ने ट्रक से 3.50 करोड़ रुपये का मादक पदार्थ जब्त किया, चालक गिरफ्तार

BJP सरकार में भ्रष्टाचार चरम पर, 40 फीसदी तक कमीशन लिया जा रहा : Digvijay Singh

Pune luxury car हादसा : आरोपी नाबालिग के पिता और बार के खिलाफ होगा मामला दर्ज