Wrestler's Protest : जानें कौन हैं Wrestling Federation of India के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह, जिन पर लगे हैं यौन शोषण के आरोप

By रितिका कमठान | Jan 19, 2023

इन दिनों जंतर मंतर एक अखाड़े में तब्दिल हो चुका है जिसमें देश के पहलवान और भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह आमने सामने हैं। पहलवानों ने बृजभूषण शरण सिंह पर यौन शोषण करने के अलावा फेडरेशन पर मनमानी करने की बात कही है। भारतीय कुश्ती महासंघ के खिलाफ देश कई दिग्गज पहलवानों ने मोर्चा खोला हुआ है।

बता दें कि बृजभूषण शरण सिंह सिर्फ भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष नहीं है। इसके अलावा वो राजनीति का वो नाम हैं जो अपनी दबंगई और लगातार जीत के लिए जाने जाते है। उत्तर प्रदेश के गोंडा के कैसरगंज संसदीय सीट से सांसद बृजभूषण शरण सिंह को राज्य के अहम नेताओं में शुमार किया जाता है। वो अपने रहन सहन को लेकर काफी चर्चा में रहते है। उनके पास हेलिकॉप्टरों और गाड़ियों के काफिले तक उपलब्ध है। अपने बयानों के कारण भी वो लगातार चर्चाओं में रहते आए है। वर्ष 2011 से ही वो भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बने हुए हैं।

हेलिकॉप्टर रखने वाले सासंद
बता दें कि बृजभूषण शरण सिंह के पास अपना खुद का हेलिकॉप्टर है। हेलिकॉप्टर रखने वाले कुछ चुनिंदा सांसदों में उनका नाम शामिल है। कई बार अपने हेलिकॉप्टर की सवारी करते हुए उनकी फोटोज वायरल होती है। क्षेत्र में बृजभूषण की काफी मजबूत पकड़ है, जिससे इलाके में उनकी लोकप्रियता भी काफी अधिक है। वो ऐसे नेता हैं जो कार्यकर्ताओं को भी साथ जोड़कर चलते है।

साथ रहता है गाड़ियों का काफिला
उनके रसूख का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि सड़क पर निकलते हुए उनके साथ सिर्फ एक गाड़ी नहीं बल्कि गाड़ियों का काफिला निकलता है। बड़ी संख्या में कार्यकर्ता और समर्थक उनके साथ चलते है। अधिकतर वो सफेद गाड़ियों के काफिले को साथ लेकर निकलते है।

खिलाड़ी को मार चुके हैं थप्पड़
ये पहला मौका नहीं है जब बृजभूषण शरण सिंह चर्चा में आए हों। इससे पहले उन्होंने मंच पर एक पहलवान को थप्पड़ मार दिया था। इसके बाद भी वो काफी चर्चा में आए थे। ये घटना वर्ष 2021 में रांची में हुई थी। थप्पड़ मारे जाने की घटना के बाद खिलाड़ियों ने बड़ी संख्या में उनके खिलाफ प्रदर्शन किया था।

कुश्ती में आजमा चुके हैं हाथ
जानकारी के मुताबिक युवावस्था के दौरान वो कुश्ती कर चुके है। वर्ष 1980 में उन्होंने छात्र राजनीति की शुरुआत की। वर्ष 1988 में उन्होंने बीजेपी का दामन थामा। इसके बाद राम मंदिर आंदोलन में उन्होंने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। इस आंदोलन ने उनकी हिंदुत्व की छवि को मजबूती दी।

बता दें कि बृजभूषण शरण सिंह ने पहली बार वर्ष 1991 में चुनाव लड़ा था। इसके बाद उन्होंने 2009 में समाजवादी पार्टी से चुनाव लड़ा और सांसद बने। वर्ष 2014 में उन्होंने बीजेपी का दामन थाम कर चुनाव लड़ा और 2019 और 2019 में जीत दर्ज की। वो लगातार सांसद रहे है।

राज ठाकरे के खिलाफ खोला था मोर्चा
बृजभूषण शरण सिंह लगातार विवादों में घिरे रहते है। बीते वर्ष राज ठाकरे ने अयोध्या दौरे का ऐलान किया था। इस दौरे को लेकर बृजभूषण शरण सिंह ने राज ठाकरे को अयोध्या में नहीं घुसने देने का ऐलान कर दिया था। इसके अलावा वो बाबा रामदेव के खिलाफ भी खड़े हो चुके है, जिसके बाद पतंजलि की तरफ से उन्हें नोटिस भेजा गया था।

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