जानिए आज का दिन क्यों है खास, क्या है 30 अप्रैल का इतिहास

By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Apr 30, 2019

नयी दिल्ली। हिटलर ने आत्महत्या करने से पहले कहा था- मैं मर जाऊं, तो मेरा शरीर जला देना। ईसाई धर्म के होने के बावजूद हिटलर ने खुद को जलाने की दलील देने के पीछे यह डर छुपा था कि उसकी लाश को कब्र से खोदकर निकाल लिया जाएगा और उसकी लाश पर लोग अपना गुस्सा उतारेंगे। 30 अप्रैल की तारीख इतिहास में दुनिया के नक्शे पर जर्मन नेता अडोल्फ हिटलर की मौत के तौर पर दर्ज है। साल 1945 को हिटलर ने इसी दिन सोवियत सेनाओं से घिरने के बाद बर्लिन में जमीन से 50 फुट नीचे एक बंकर में खुद को गोली मारकर अपनी पत्नी इवा ब्राउन के साथ आत्महत्या कर ली थी। इसके अलावा भी आज ही के दिन  कुछ अन्य घटनाओं ने इतिहास में अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई थी। 

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1598: अमेरिका में पहली बार थियेटर का आयोजन।

1789: जॉर्ज वॉशिंगटन सर्वसम्मति से अमेरिका के पहले राष्ट्रपति चुने गए।

1870: भारतीय सिनेमा के पितामह धुंदीराज फाल्के उर्फ दादा साहब फाल्के का जन्म।

1908: खुदीराम बोस और प्रफुल्ल चाकी ने मुजफ्फरपुर में किंग्सफोर्ड के मजिस्ट्रेट की हत्या करने के लिए बम फेंका, लेकिन दो बेगुनाह बम की चपेट में आकर मारे गए।

1945: जर्मन तानाशाह हिटलर एवं उसकी पत्नी इवा ब्राउन ने आत्महत्या की।

1973: अमेरिका के राष्ट्रपति रिचर्ड निक्सन ने देश के राष्ट्रपति के नाते वॉटरगेट काँड की ज़िम्मेदारी ली हालांकि उन्होंने साफ तौर पर कहा कि वह निजी तौर पर इसके लिए जिम्मेदार नहीं हैं। 

1975: वियतनाम युद्ध का अंत हुआ। तीन दिन के सत्तारूढ़ राष्ट्रपति दुओंग वैन मिन्ह ने अपनी सेनाओं से समर्पण करने और उत्तरी वियतनामियों से हमले रोकने को कहा।

199: बांग्लादेश में भीषण चक्रवात में सवा लाख से अधिक लोगों की मौत और 90 लाख लोग बेघर।

1993: जर्मनी के हैम्बर्ग शहर में एक मैच के दौरान उस समय की दुनिया की नंबर एक टेनिस खिलाड़ी मोनिका सेलेज़ को छुरा मारकर घायल कर दिया गया।

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