By एकता | Jun 29, 2025
कोलकाता गैंगरेप मामले के मुख्य आरोपी मोनोजीत मिश्रा के बारे में चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है। पुलिस ने बताया कि मिश्रा पर पहले भी कई गंभीर आरोप लग चुके हैं। पुलिस के मुताबिक, मिश्रा पर महिलाओं को परेशान करने, मारपीट करने, चोरी करने और संपत्ति को नुकसान पहुंचाने जैसे आरोप लगे हैं।
कौन हैं मोनोजीत मिश्रा?
कोलकाता के साउथ कलकत्ता लॉ कॉलेज में एक लॉ छात्रा से हुए कथित गैंगरेप का मुख्य आरोपी मोनोजीत मिश्रा पेशे से वकील हैं। वह साउथ कलकत्ता लॉ कॉलेज का पूर्व छात्र है। वह तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की छात्र इकाई, तृणमूल छात्र परिषद का पूर्व अध्यक्ष रह चुका है और कथित तौर पर टीएमसी के छात्र संगठन के दक्षिण कोलकाता विंग का संगठनात्मक सचिव भी है। हालांकि, टीएमसी ने खुद को उससे अलग कर लिया है।
मोनोजीत मिश्रा: आपराधिक रिकॉर्ड और पिछली गतिविधियां
कोलकाता गैंगरेप मामले के मुख्य आरोपी मोनोजीत मिश्रा का एक लंबा आपराधिक इतिहास रहा है। पुलिस रिकॉर्ड और मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, उसके खिलाफ पहले भी कई गंभीर आरोप लग चुके हैं।
2017: कॉलेज में तोड़फोड़: टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, 2017 में उस पर साउथ कलकत्ता लॉ कॉलेज के प्रिंसिपल के कार्यालय को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगा था। हालांकि, उस समय कोई पुलिस मामला दर्ज नहीं किया गया था।
2019: महिला के कपड़े फाड़ने का आरोप: द टेलीग्राफ के पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक, 2019 में साउथ कलकत्ता लॉ कॉलेज के अंदर मिश्रा ने एक महिला के कपड़े फाड़ दिए थे। इस मामले में उसके खिलाफ चार्जशीट भी दायर की गई थी।
2019: चोरी का मामला: उसी वर्ष, नए साल से ठीक एक दिन पहले, उस पर हरिदेवपुर में एक दोस्त के घर से सोने की चेन, परफ्यूम, म्यूजिक सिस्टम और एक चश्मा लूटने का आरोप लगा। यह मामला जनवरी 2020 के पहले सप्ताह में दर्ज किया गया था और पुलिस ने इसमें भी चार्जशीट दाखिल की थी।
मार्च 2022: महिला को परेशान करने का आरोप: द टेलीग्राफ ने सूत्रों के हवाले से बताया कि मार्च 2022 में मिश्रा ने कथित तौर पर कस्बा इलाके में एक महिला को परेशान किया था।
मई 2024: कॉलेज में तोड़फोड़ और हमला: रिपोर्ट के अनुसार, मई 2024 में लॉ कॉलेज प्रशासन ने उस पर एक सुरक्षा गार्ड, संजीव कुमार सिल, पर हमला करने और कॉलेज में तोड़फोड़ करने के आरोप में आधिकारिक शिकायत दर्ज कराई थी।
क्या है पूरा मामला?
25 जून को साउथ कलकत्ता लॉ कॉलेज की 24 वर्षीय छात्रा के साथ मारपीट की गई, हॉकी स्टिक से पीटा गया, वीडियो बनाया गया और ब्लैकमेल किया गया, जैसा कि उसने अपनी शिकायत में दावा किया है। इसके बाद पुलिस ने मिश्रा और उसके दो अन्य साथियों प्रोमित मुखर्जी और जैद अहमद को गिरफ्तार कर लिया। पीटीआई ने बताया, 'एक अधिकारी ने कहा कि पुलिस का मानना है कि लॉ कॉलेज की छात्रा के साथ सामूहिक बलात्कार किया गया, क्योंकि उसने मिश्रा के विवाह प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया था।'
कोलकाता पुलिस ने बनाई SIT
इस बीच, कोलकाता पुलिस ने लॉ छात्रा के साथ हुए कथित सामूहिक बलात्कार की गहन जांच के लिए एक पांच सदस्यीय विशेष जांच दल का गठन किया है। पीटीआई ने एक अधिकारी के हवाले से बताया कि इस एसआईटी का नेतृत्व सहायक आयुक्त रैंक का एक अधिकारी करेगा। यह टीम तुरंत अपनी जांच शुरू करेगी।
मोनोजीत मिश्रा के पिता ने अपने बेटे की करतूतों के बारे में क्या कहा?
इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, मोनोजीत मिश्रा के पिता, जो कालीघाट में पुजारी हैं, को अपने बेटे की करतूतों के बारे में पता चलने पर शर्मिंदगी महसूस हुई। उन्होंने कहा, 'हम 6 x 8 फीट के कमरे में रहते हैं। हमने बहुत मेहनत की और समाज के निचले तबके से उठकर उसे वकील बनाया। यह विश्वास करना मुश्किल है कि मेरे बेटे ने ऐसा किया है। वह मेरा बेटा है। मैंने उसे वकील बनाने के लिए बहुत मेहनत की। लेकिन मैं यह जरूर कहूंगा कि अगर न्यायपालिका सारे सबूतों को देखने के बाद उसे दोषी पाती है, तो उसे सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए, अधिकतम सजा मिलनी चाहिए। मैं इसे सिर झुकाकर स्वीकार करूंगा।'