By रेनू तिवारी | Jul 03, 2025
दक्षिण-पूर्वी दिल्ली के लाजपत नगर में बुधवार देर रात 42 वर्षीय महिला और उसके 14 वर्षीय बेटे की उनके घर के अंदर हत्या कर दी गई। उत्तर प्रदेश में एक ट्रेन से उनके घरेलू सहायक की गिरफ्तारी के साथ तलाशी अभियान समाप्त हो गया। पीड़ितों की पहचान रुचिका सेवानी और उनके बेटे कृष के रूप में की गई है, जिनकी कथित तौर पर धारदार हथियार से हत्या कर दी गई। आरोपी की पहचान मुकेश (24) के रूप में हुई है। पुलिस ने बताया कि "वह पीड़ित द्वारा संचालित गारमेंट की दुकान पर ड्राइवर/शॉप हेल्पर के रूप में काम करता है।" पुलिस के अनुसार, "घरेलू सहायक" ने शुरुआती जांच के दौरान खुलासा किया कि "रुचिका ने उसे डांटा था, और इसी वजह से उसने उनकी हत्या कर दी।" दिल्ली पुलिस ने कहा, "आगे की जांच जारी है।"
अधिकारियों ने बताया कि उत्तर प्रदेश पुलिस ने आरोपी मुकेश (24) को एक ट्रेन से उस समय पकड़ लिया जब वह भागने की कोशिश कर रहा था। यह मामला तब प्रकाश में आया जब बुधवार रात नौ बजकर 43 मिनट पर लाजपत नगर-एक निवासी कुलदीप सेवानी की तरफ से पुलिस नियंत्रण कक्ष (पीसीआर) कॉल आई। पुलिस के अनुसार, सेवानी ने बताया कि उनकी पत्नी रुचिका (42) और 14 वर्षीय बेटा फोन नहीं उठा रहे हैं और उनके घर की सीढ़ियों पर खून के धब्बे हैं।
पुलिस उपायुक्त (दक्षिणपूर्व) हेमंत तिवारी ने एक बयान में कहा, ‘‘पीसीआर वाहन और एक टीम तुरंत घटनास्थल पर पहुंची और घर का दरवाजा तोड़कर अंदर दाखिल हुई। रुचिका और उसके बेटे के शव घर के अंदर बरामद किए गए। उन्होंने बताया कि महिला का शव शयनकक्ष में और उनके बेटे का शव स्नानगृह में मिला। बयान के अनुसार, कुलदीप और उनकी पत्नी की लाजपत नगर बाजार में कपड़े की दुकान है और उनका बेटा दसवीं कक्षा में पढ़ता था।
प्रारंभिक जांच में पाया गया कि मूलरूप से बिहार के हाजीपुर का निवासी उनका घरेलू सहायक मुकेश घटना के बाद से लापता है। पुलिस उपायुक्त ने बताया कि वह कपड़े की दुकान पर और परिवार के लिए ड्राइवर के तौर पर भी काम करता था। तिवारी ने बताया कि बाद में उसे उत्तर प्रदेश पुलिस ने पंडित दीन दयाल उपाध्याय जंक्शन से उस समय गिरफ्तार कर लिया जब वह ट्रेन से भागने की कोशिश कर रहा था। पुलिस ने बताया कि दोहरे हत्याकांड की वजह का अभी पता नहीं चल पाया है तथा जांच जारी है।