बिहार सरकार की बैठक में दिखे लालू के दामाद, भाजपा ने उठाए सवाल

By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Aug 20, 2022

पटना, 20 अगस्त। बिहार सरकार की आधिकारिक दो बैठकों की वीडियो फुटेज में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के संस्थापक अध्यक्ष लालू प्रसाद के दामाद के दिखाई देने पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने निशाना साधा है। गौरतलब है कि दोनों बैठकों की अध्यक्षता प्रसाद के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव ने की जिन्होंने इस सप्ताह की शुरुआत में पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग का जिम्मा संभाला था। भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने ट्विटर पर एक तस्वीर साझा की, जिसमें संजय यादव बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के साथ नजर आ रहे हैं।

इसके अलावा उनके साथ स्वास्थ्य एवं सड़क निर्माण विभाग के अधिकारी भी नजर आ रहे हैं। संजय यादव तेजस्वी के करीबी माने जाते हैं। तेजस्वी के पास स्वास्थ्य मंत्रालय का प्रभार भी है। यादव ने 17 जुलाई को बतौर मंत्री अधिकारियों के साथ पहली बैठक की और इसकी वीडियो क्लिप में उनकी बड़ी बहन एवं राज्यसभा सदस्य मीसा भारती के पति शैलेश कुमार पीछे की सीट पर बैठे दिखाई देते हैं। हालांकि अगले दिन कुमार एक बार फिर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की एक बैठक में मौजूद थे और अपने साले (तेजप्रताप) की बगल में बैठे थे।

भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने कहा, ‘‘तेजप्रताप यादव सभी गलत कारणों से खबरों में बने रहते हैं। अब, एक मंत्री के रूप में उन्होंने अपने जीजा के लिए अपने कर्तव्यों को ताक पर रख दिया है।’’ सुशील कुमार मोदी एक दशक से अधिक समय से बिहार के उपमुख्यमंत्री रहे हैं। मोदी ने एक बयान में आरोप लगाया, ‘‘लालू जी के दामाद सिर्फ बैठकों में ही मौजूद नहीं थे। बल्कि बैठकें वास्तव में उनके द्वारा (संचालित) की जा रही थीं, जहां उनके उपस्थित होने का कोई मतलब नहीं था।’’ उन्होंने कहा कि इस पर बिहार की जनता को जवाब देना मुख्यमंत्री का काम है। सुशील कुमार मोदी अब राज्यसभा सदस्य हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘उनकी (नीतीश की) नयी सरकार में बड़ी संख्या में आपराधिक रिकॉर्ड वाले मंत्री हैं जो राज्य में जंगलराज की वापसी की आशंकाओं की पुष्टि करते हैं। लालू जी के दामाद से जुड़ी घटना एक स्पष्ट संकेत है कि राजद प्रमुख नयी सरकार के कामकाज में हस्तक्षेप करने का प्रयास करेंगे।’’ भाजपा नेता ने कहा, ‘‘इतने सालों तक हम बिहार में सत्ता में रहे। हम कभी भी परिवार के सदस्यों या समर्थकों को आधिकारिक बैठकों में लाने के बारे में नहीं सोच सकते थे। लेकिन ये बदला हुआ समय है।’’

वहीं, सुशील मोदी पर पलटवार करते हुए राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के प्रवक्ता शक्ति यादव ने कहा, ‘‘एक पखवाड़े पहले तक जब भाजपा सत्ता में थी, तब तत्कालीन उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद के बेटे अधिकारियों को आदेश देते थे। तत्कालीन सड़क निर्माण मंत्री नितिन नबिन के परिवार के सदस्य अक्सर उनके कार्यालय में देखे जाते थे।’’ यादव ने कहा, ‘‘सुशील मोदी को पता होना चाहिए कि तेजप्रताप की दोनों तस्वीरों में से कोई भी किसी समीक्षा बैठक की नहीं थी, जैसा कि उनके द्वारा दावा किया गया है। ये सिर्फ मिलन समारोह थे, जहां परिवार के सदस्यों की उपस्थिति होती है।

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